केजरीवाल फिर लौटेंगे! AAP ने एग्जिट पोल को किया खारिज, कहा- हमें जनता का पूरा समर्थन मिला है
Arvind Kejriwal | PTI

दिल्ली चुनाव को लेकर आए एग्जिट पोल में जहां बीजेपी की ऐतिहासिक वापसी की भविष्यवाणी की गई है, वहीं आम आदमी पार्टी (AAP) ने इन अनुमानों को सिरे से खारिज कर दिया है. AAP का दावा है कि अरविंद केजरीवाल चौथी बार मुख्यमंत्री बनेंगे और पार्टी को जनता का पूरा समर्थन मिला है. AAP की राष्ट्रीय प्रवक्ता रीना गुप्ता ने कहा कि यह पहली बार नहीं है जब एग्जिट पोल ने पार्टी को कमजोर दिखाया है. उन्होंने याद दिलाया कि 2013, 2015 और 2020 के चुनावों में भी AAP को कम सीटें दी गई थीं, लेकिन नतीजे इसके उलट आए थे.

Delhi Elections Poll Of Polls: पोल ऑफ पोल्स में दिल्ली से AAP की विदाई, राजधानी में BJP की वापसी के संकेत.

रीना गुप्ता ने कहा, "आप किसी भी एग्जिट पोल को देखिए, 2013, 2015 या 2020 में AAP को हमेशा कम सीटें दी गईं, लेकिन असली नतीजों में हमें कहीं ज्यादा सीटें मिलीं." रीना गुप्ता ने कहा, "कुछ एग्जिट पोल हमें जीतते हुए दिखा रहे हैं, लेकिन मैं सभी से कहना चाहती हूँ कि 8 फरवरी का इंतजार करें, अरविंद केजरीवाल जी भारी बहुमत के साथ सरकार बनाएंगे."

आम आदमी पार्टी ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर लिखा, "केजरीवाल जी भारी बहुमत के साथ सरकार बनाएंगे. एग्जिट पोल हमेशा से ही AAP के लिए गलत साबित हुए हैं. हमने हमेशा स्पष्ट बहुमत के साथ सरकार बनाई है और इस बार भी ऐसा ही होगा."

एग्जिट पोल को आप ने ठुकराया

क्या कहते हैं एग्जिट पोल?

इस बार के चुनावी अनुमान AAP के लिए अच्छे संकेत नहीं दे रहे हैं. अधिकतर एग्जिट पोल BJP को बहुमत देते दिखा रहे हैं, जिससे दिल्ली में 27 साल बाद भाजपा की सरकार बनने की संभावना जताई जा रही है. हालांकि, कुछ एग्जिट पोल अब भी AAP के पक्ष में हैं.

माइंड ब्रिंक के एग्जिट पोल ने 2025 के दिल्ली विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी (आप) के मजबूत प्रदर्शन की भविष्यवाणी की है. Mind Brink के अनुसार AAP को 44–49 सीटें मिलने का अनुमान है. इसके अलावा WeePreside एग्जिट पोल ने AAP को 46–52 सीटें मिलने का अनुमान लगाया है. बाकी सर्वे में BJP को स्पष्ट बहुमत मिलने का दावा किया गया है.

क्या एग्जिट पोल गलत साबित होंगे?

राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक, एग्जिट पोल हमेशा सटीक नहीं होते. कई बार पिछले चुनावों में एग्जिट पोल गलत साबित हुए हैं. 2015 में AAP को 50 से कम सीटें बताई गई थीं, लेकिन पार्टी ने 67 सीटें जीतकर ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी. 2020 में भी AAP को कम सीटें मिलने का अनुमान था, लेकिन पार्टी ने 62 सीटें जीतीं.

img