नई दिल्ली: दिल्ली की सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी ने ईंधन की बढ़ती कीमतों के खिलाफ सोमवार को आहूत की गई हड़ताल में हिस्सा लिया. पार्टी का कहना है कि वह मोदी सरकार की 'जनता विरोधी नीतियों' के खिलाफ प्रदर्शन में शामिल हुए थे और इसे कांग्रेस के समर्थन के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए. आप के वरिष्ठ नेता और राज्य सभा सदस्य संजय सिंह ने राजघाट पर कांग्रेस के प्रदर्शन में हिस्सा लिया। आतिशी सहित पार्टी के अन्य नेताओं ने जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया.
सिंह ने कहा कि आप का मानना है कि देश हित में सभी राजनीतिक पार्टियों को साथ आना चाहिए. पार्टी ने एक बयान में कहा कि सभी राजनीतिक पार्टियों को साथ आना चाहिए और मोदी सरकार को उसकी 'जनता विरोधी नीतियों' को खत्म करने के लिए मजबूर करना चाहिए क्योंकि यही नीतियां तेल की बढ़ती कीमतों के लिए जिम्मेदार है. ये भी पढ़े: सोशल मीडिया पर खूब उड़ा कांग्रेस के भारत बंद का मजाक, लोग राहुल गांधी की कर रहे हैं खींचाई
बयान में कहा गया है,'' हालांकि कांग्रेस एक शीर्ष मंच नहीं हो सकता जिस पर सभी विपक्षी पार्टियां साथ आ जाएं। कांग्रेस को अन्य पार्टियों के लिए बिग ब्रदर (अपनी बात दूसरों पर थोपने) वाली छवि और असंगत व्यवहार खत्म करना होगा।''बयान में कहा गया है कि कांग्रेस को यह बात ध्यान में रखने की जरूरत है कि भारत में कोई भी पार्टी कांग्रेस के 'अधीन' नहीं है.