अर्ध कुंभ के लिए चलाई जाएंगी 800 स्पेशल ट्रेनें, मेले से संबंधित तस्वीरों और नारों से सजे होंगे कोच
भारतीय रेल यहां होने वाले अर्ध कुंभ मेले के लिए 800 विशेष ट्रेनें चलाने जा रही है, जिनके 1,600 डिब्बों पर 'कुंभ चलो' के नारे के साथ प्रयाग में डुबकी लगाते नागा साधुओं और लोगों की तस्वीरें लगी होंगी, साथ ही मेले की थीम पर डिजायन किया गया एक विशेष लोगो भी लगा होगा.
इलाहाबाद: भारतीय रेल (Indian Railway) यहां होने वाले अर्ध कुंभ मेले (Kumbh Mela) के लिए 800 विशेष ट्रेनें (Special Trains)चलाने जा रही है, जिनके 1,600 डिब्बों पर 'कुंभ चलो' के नारे के साथ प्रयाग में डुबकी लगाते नागा साधुओं और लोगों की तस्वीरें लगी होंगी, साथ ही मेले की थीम पर डिजायन किया गया एक विशेष लोगो भी लगा होगा. अर्ध कुंभ का आयोजन अगले महीने से शुरू होगा, जिसमें 12 करोड़ लोगों के भाग लेने की उम्मीद जताई जा रही है. धार्मिक यात्रियों के लिए चलाई जा रही विशेष ट्रेनों के डिब्बों में राख से लिपटे नागा साधुओं की तस्वीरों के साथ ही शाही स्नान और शाम की आरती की तस्वीरें भी लगाई जाएंगी.
उत्तर मध्य रेलवे का मुख्यालय हाल में नाम बदले गए प्रयागराज (Prayagraj) में है. यहां से मेले की निगरानी की जाएगी, जिसमें गंगा, जमुना और पौराणिक सरस्वती नदी के किनारे 12 करोड़ लोगों के जुटने का अनुमान है, जोकि ब्रिटेन की आबादी का दोगुना है.
इस मेले में देश विदेश के श्रद्धालु जुटेंगे, जिसका आयोजन 15 जनवरी से 4 मार्च तक किया जा रहा है. राज्य सरकार के मुताबिक, 15 जनवरी (मकर संक्रांति) को 1.2 करोड़, 21 जनवरी (पौष पूर्णिमा) को 55 लाख, 4 फरवरी (मौनी अमावस्या) को 3 करोड़, 10 फरवरी (बसंत पंचमी) को 2 करोड़, 19 फरवरी (माघी पूर्णिमा) को 1.6 करोड़ और 4 मार्च (महाशिवरात्रि) को 60 लाख श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है. यह भी पढ़ें: कुंभ-2019: जानें पवित्र शाही स्नान की तारीखें, 'कल्चरल हेरिटेज’ का मिल चुका है दर्जा
उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक राजीव चौधरी ने आईएएनएस को बताया, "इलाहाबाद की नियमित ट्रेन सेवाओं में डिब्बों की संख्या बढ़ाई गई है. इसके साथ ही 800 विशेष ट्रेनें चलाई जाएंगी. यह सभी करीब तीन महीने तक चलने वाले इस मेले के दौरान चलाई जाएंगी."चौधरी ने कहा कि इसके अलावा ट्रेन के डिब्बों पर उत्तर प्रदेश के पर्यटन से जुड़ी तस्वीरें भी होंगी.