गांधीनगर, 10 मार्च: गुजरात सरकार ने गुरुवार को विधानसभा में बताया कि राज्य में पिछले दो साल के दौरान हर दिन दुष्कर्म के पांच मामले दर्ज किए गए, जिनमें गैंगरेप के 61 मामले भी शामिल हैं. कांग्रेस के द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब में राज्य के गृहमंत्री हर्ष संघवी (Harsh Sanghvi) ने सदन को बताया कि दो साल की अवधि में गुजरात पुलिस ने दुष्कर्म के कुल 3,857 मामले दर्ज किए, जिनमें सामूहिक दुष्कर्म के 61 मामले भी शामिल हैं. यह भी पढ़ें: Chennai Shocker: शराब पिलाकर महिला से होटल में रेप, शिकायत के बाद शख्स गिरफ्तार
सबसे अधिक दुष्कर्म के मामले अहमदाबाद में दर्ज किए गए. यहां 729 मामले, सूरत में 508, वडोदरा में 183, छोटा उदयपुर में 175, कच्छ में 166 और राजकोट में 145 मामले दर्ज किए गए.सामूहिक दुष्कर्म के भी सर्वाधिक 16 मामले अहमदाबाद में ही दर्ज किए गए. इसके अलावा राजकोट में सात, सूरत में पांच तथा वडोदरा, भावनगर तथा कच्छ तीनों जगहों पर चार-चार मामले दर्ज किए गए.
विपक्षी पार्टी के नेता शैलेश परमार ने दुष्कर्म के आंकड़ों को लेकर सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सुरक्षित गुजरात के दावे और सरकार द्वारा चलाए जा रहे सुरक्षा सेतु कार्यक्रम के बावजूद राज्य में हर दिन दुष्कर्म के पांच मामले दर्ज हुए, ऐसा क्यों?
उन्होंने साथ ही सुरक्षा सेतु कार्यक्रम के तहत स्वरक्षा का प्रशिक्षण लेने वाली महिलाओं की संख्या के बारे में भी सवाल पूछा और कहा कि क्या मंत्री यह बता पाएंगे कि प्रशिक्षण के बाद कोई महिला खुद को बचाने में कामयाब रही. गृहमंत्री ने बताया कि 2020 में 43,475 महिलाओं तथा 2021 में 58,136 महिलाओं को प्रशिक्षित किया गया. वह कोई उदाहरण देने में असमर्थ रहे.