उत्तर प्रदेश की योगी सरकार रामनगरी अयोध्या का कायाकल्प करने के लिए नित नए कदम उठा रही है. इसको और भव्य स्वरूप प्रदान करने के लिए 343 और गांवों को अयोध्या में शामिल करने की मंजूरी प्रदान की है. सरकार ने अयोध्या विकास प्राधिकरण क्षेत्र में कुल 343 गांवों को शामिल करने का फैसला किया है. इन गांवों के शामिल होने के बाद विकास प्राधिकरण का क्षेत्र 872़81 वर्ग किलोमीटर हो जाएगा. आवास एवं शहरी नियोजन विभाग के इससे संबंधित प्रस्ताव को कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है.
अयोध्या में जन्मभूमि पर श्रीराम का भव्य मंदिर बन रहा है. दुनिया भर से आने वाले पर्यटकों को ध्यान में रखते हुए सरकार नई अयोध्या बसा रही है. अयोध्या के 154 राजस्व गांव, गोंडा के 63 और बस्ती के 126 गांव को अयोध्या विकास क्षेत्र में शामिल किया गया है. यहां की आबादी सन 2011 की जनगणना के आधार पर 8,73,373 है. यह भी पढ़े: Republic Day 2021: गणतंत्र दिवस परेड में इस बार दिखेगी राम मंदिर की झांकी, अयोध्या पर होगी UP की थीम
धार्मिक व पुरातात्विक लिहाज से अति महत्वपूर्ण इस शहर को आधुनिक तरीके से विकसित करने को लेकर सरकार ने गंभीर पहल की है. अयोध्या में श्रीराम का भव्य मंदिर बनाया जा रहा है. चूंकि अयोध्या में दुनिया भर से पर्यटक आते हैं और राम मंदिर बनने के बाद इनकी संख्या के और बढ़ने की संभावना है. इसलिए सरकार ने शहर के विस्तार की रूपरेखा तैयार कराई है. यह भी पढ़े: अयोध्या: महंत नृत्य गोपाल दास की देखभाल करेगी 9 डॉक्टरों की टीम, फेफड़े और गुर्दे में संक्रमण समेत कई समस्याओं से पीड़ित
अयोध्या विकास क्षेत्र में अयोध्या नगर निगम का पूरा क्षेत्र, अयोध्या की भदरसा नगर पंचायत और गोंडा जिले में आने वाले नवाबगंज पालिका परिषद को शामिल किया गया है. नवाबगंज पालिका परिषद अयोध्या से बिल्कुल सटा हुआ है. अयोध्या विकास क्षेत्र में नवाबगंज पालिका परिषद का पूरा क्षेत्र शामिल किया गया है.