नई दिल्ली: दिल्ली के जहांगीरपुरी (Jahangirpur) इलाके में 31 व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. इनमें से 26 एक ही परिवार के हैं. कोरोना पॉजिटिव पाए गए लोगों में छह बच्चे भी शामिल हैं, जिनकी उम्र 6 से 15 साल के बीच है. कोरोनावायरस का संक्रमण यहां एक महिला के संपर्क में आने से फैला. पांच अप्रैल को इस 55 वर्षीय महिला की मृत्यु हो गई थी. हालांकि उसकी मृत्यु के कई दिनों बाद स्थानीय लोगों को पता चला कि वह कोरोनावायरस से ग्रस्त थी.
बीमार अवस्था में इस महिला को अस्पताल ले जाया गया, जहां महिला के रक्त का नमूना लिया गया लेकिन कुछ ही घंटे में महिला की मृत्यु हो गई. इसके बाद अस्पताल प्रशासन ने शव महिला के परिजनों को सौंप दिया. दो दिन बाद आई रिपोर्ट में पता लगा कि महिला कोरोनावायरस से ग्रस्त थी. जहांगीरपुरी सी ब्लॉक के इस इलाके को हॉटस्पॉट घोषित किए जाने के बावजूद यहां लोग लगातार एक दूसरे के घरों में आते जाते रहे रहे. यहां तक कि चौक चौराहों और गलियों में लगातार लोगों का घूमना टहलना बना रहा. स्वयं मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी लोगों के इस व्यवहार की पुष्टि की है. यह भी पढ़ें: दिल्ली पुलिस के ASI जीत सिंह ने जीती कोरोना वायरस से जंग, देश को दिया धैर्य और साहस रखने का संदेश- देखें VIDEO
वहीं महिला के अंतिम संस्कार में भी कई लोग एकत्र हुए. करीब आधा दर्जन महिलाओं ने महिला के शव को नहलाया, उसके मुंह नाक कान को दफनाने से पहले धोया गया. इस प्रक्रिया में शामिल सभी महिलाओं को क्वॉरंटीन किया गया था, जो कि अब कोरोना वायरस से पॉजिटिव पाई गई हैं. महिलाओं से यह संक्रमण उनके छोटे बच्चों तक भी पहुंचा है. यहां जहांगीरपुरी सी ब्लॉक में जिन दो सबसे छोटे बच्चों को कोरोना टेस्ट में पॉजिटिव पाया गया है उनकी उम्र छह और नौ वर्ष है. इनके अलावा 10, 12, 14 और 15 वर्ष के चार अन्य बच्चों को भी कोरोना पॉजिटिव पाया गया है.
कोरोना वायरस की चपेट में आए ये सभी व्यक्ति कोरोना हॉटस्पॉट वाले इलाके से संबंध रखते हैं. जिस इलाके में कोरोनावायरस से पॉजिटिव ये 31 लोग मिले हैं, उस इलाके को दिल्ली सरकार पहले ही सील कर चुकी थी. जिला मजिस्ट्रेट दीपक शिंदे ने आईएएनएस से कहा, "यह पहले से एक कंटेनमेंट एरिया है. हमने करीबी संपर्क में रहे लोगों के नमूने लिए थे. रैंडम नमूने भी लिए गए थे, लेकिन ये नमूने नेगेटिव पाए गए. परिवार के सदस्य जो करीबी संपर्क में थे, वे पॉजिटिव पाए गए और उन्हें नरेला में एक क्वारंटीन केंद्र भेज दिया गया है. उनमें से सभी पर बराबर नजर रखी जा रही है. अब हम इस बात का पता लगाएंगे कि इन परिवारिक सदस्यों के करीबी संपर्क में कौन लोग रहे हैं और उनकी भी जांच की जाएगी." यह भी पढ़ें: मैकडोनाल्ड्स ने सिंगापुर में रोका परिचालन, सात कर्मचारी कोरोना वायरस से संक्रमित
कोरोनावायरस से पॉजिटिव पाए गए 31 लोगों के अलावा कई अन्य लोगों को फिलहाल क्वॉरंटीन में रखा गया है. बड़ी तादाद में कोरोना पॉजिटिव रोगी सामने आने के बाद अब पूरे इलाके में सघन स्क्रीनिंग शुरू की गई है. स्क्रीनिंग के अलावा जहांगीरपुरी सी ब्लॉक को सैनिटाइज भी किया गया है. स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, यहां सैनिटाइजेशन की प्रक्रिया एक बार फिर दोहराई जाएगी.
अभी तक यह पता नहीं लग सका है कि संक्रमित हुए इन 31 व्यक्तियों में से सबसे पहले कोरोना से कौन व्यक्ति संक्रमित हुआ. जिसके कारण बाकी सभी लोग इस वायरस की चपेट में आ गए. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, इलाके को सील किए जाने के बावजूद इनमें से कई लोग लगातार अपने मोहल्ले और गलियों में घूमते रहे. इस दौरान ये लोग आस पड़ोस में अपने रिश्तेदारों के घर भी गए, जिसके कारण 26 लोगों का पूरा परिवार कोरोनावायरस की चपेट में आ गया. यह भी पढ़ें: कोरोना वायरस के प्रकोप से मुक्ति के लिये अपने इष्ट देवों से प्रार्थना करें : पूर्व लोकसभा अध्यक्ष
मुख्यमंत्री ने कहा, जिन इलाकों को हम हॉटस्पॉट मानकर सील कर रहे हैं वहां बाहर से किसी व्यक्ति को अंदर नहीं जाने दिया जाता. इसी तरह अंदर रह रहे व्यक्ति भी बाहर नहीं आ सकते. लेकिन यहां रहने वाले कुछ लोग अंदर ही अंदर अपनी गली, मोहल्लों में घूम रहे हैं या फिर एक दूसरे के घर आते जाते हैं जिससे कोरोना फैलने का खतरा बढ़ जाता है.
मुख्यमंत्री ने सभी लोगों से सावधानी बरतते हुए बिना कारण घर से बाहर न निकलने की अपील की है. इसके साथ ही पूरे इलाके को सैनिटाइज किया गया है. यहां सभी लोगों से अपने-अपने घरों में घरों में रहने को कहा जा रहा है. स्वास्थ्य विभाग की टीमें कोरोना संक्रमित पाए गए इन 31 लोगों के आस पड़ोस में रहने वाले परिवारों की भी जांच कर रही हैं.