26 जुलाई 2005 की जानलेवा बारिश का वो खौफनाक मंजर, जब सैलाब ने रोक दी मुंबई की रफ्तार और हो गई थीं सैकड़ों जिंदगियां तबाह
26 जुलाई 2005 की जानलेवा बारिश (Photo Credits: Facebook)

मुंबई: मायानगरी मुंबई (Mumbai) में रहने वाले लोगों के लिए 26 जुलाई (25th July) एक ऐसी तारीख है, जिसे चाहकर भी यहां के लोग भूला नहीं सकते. आज से ठीक 14 साल पहले 26 जुलाई 2005 (26th July 2005) को आसमान से आफत की ऐसी बारिश (Heavy Rainfall) हुई, जिसने देखते ही देखते कभी न थमने वाली मुंबई की रफ्तार पर ब्रेक लगा दिया. कुछ ही घंटों में बरसात ने ऐसा तांडव किया कि लगभग आधी मुंबई पानी (Flood In Mumbai) में डूब गई. जहां देखो वहां सैलाब ही सैलाब नजर आ रहा था. जानलेवा बारिश से अपनी जान बचाने के लिए लोग यहां-वहां भाग रहे थे. हालांकि बहुत से लोग अपनी जान बचाने में कामयाब रहे, लेकिन सैकड़ों अभागे ऐसे भी थे जो आखिरी बार अपनों से नहीं मिल पाए, क्योंकि रास्ते में मौत उनका इंतजार कर रही थी.

26 जुलाई 2005 को हुई मूसलाधार बारिश (26th July 2005 Mumbai Rain) के चलते मुंबई समेत महाराष्ट्र (Maharashtra) के कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए थे. जानलेवा बारिश के चलते सड़कों से लेकर राजमार्ग और रेलवे से लेकर एयरपोर्ट तक हर जगह पानी ही पानी नजर आ रहा था. बारिश के चलते यातायात पूरी तरह से ठप हो गया था. स्कूल- कॉलेज बंद कर दिए गए थे.

लोग कई दिनों तक अपने घरों में कैद रहने के लिए मजबूर हो गए थे. घरों, दुकानों, फैक्ट्रियों, कंपनियों, सड़कों और स्टेशनों में पानी भरने के चलते लोगों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ा था. इस जानलेवा बारिश में सैकड़ों जिंदगियां पल भर में तबाह हो गई थीं. आलम तो यह था कि मरनेवालों की लाशें कई दिनों तक पानी में बहती रहीं.

26 जुलाई 2005 की वो जानलेवा बारिश-

  • 26 जुलाई 2005 की दोपहर करीब 2 बजे मूसलाधार बारिश शुरु हुई. आफत की यह बारिश अगले दिन यानी 27 जुलाई 2005 की सुबह 8:30 बजे तक जारी रही. इस दौरान मुंबई में 944 मिलीमीटर रिकॉर्ड बारिश दर्ज की गई थी.
  • इस जानलेवा बारिश में मुंबई समेत पूरे महाराष्ट्र में 1100 से ज्यादा जिंदगियां काल के गाल में समा गई थीं. बाढ़ के चलते गांव के गांव बाढ़ में बह गए और पांच लाख से ज्यादा लोग बेघर हो गए थे.
  • मूसलाधार बारिश के चलते मीठी नदी इतनी ज्यादा उफान पर थी कि उसने मुंबई के उपनगरीय इलाकों को पूरी तरह से तबाह कर दिया.
  • मुंबई में जानलेवा बारिश में डूबी हुई मुंबई करीब तीन दिनों तक देश से कटी रही. इतना ही नहीं बाढ़ के बाद फैलने वाली भयंकर बीमारियों ने हजारों लोगों की जान ले ली.
  • बताया जाता है कि मुंबई की बारिश में 13 लोग अपनी गाड़ियों में ही डूब कर मर गए थे, क्योंकि उन्हें गाड़ी से बाहर निकलने तक का मौका नहीं मिला. मुंबई की सड़कों पर कई दिनों तक लोगों की लाशें पानी में बहती रहीं. यह भी पढ़ें: Mumbai Rains Update: मुंबई की बारिश ने याद दिलाया 26 जुलाई 2005 का खौफनाक मंजर, जानिए कितनी हुई थी उस दिन बरसात
  • 26 जुलाई को लाखों की संख्या में लोग अपने कार्यालय, सड़क और गाड़ियों में फंसे रहे. बाढ़ के चलते कई दिनों तक ट्रेन और फ्लाइट्स का संचालन बुरी तरह से प्रभावित रहा था.
  • 26 जुलाई की मूसलाधार बारिश से मुंबई समेत पूरे राज्य को करीब 550 करोड़ रुपए की संपत्ति का नुकसान झेलना पड़ा था.
  • आसमान से पानी बरसने के बाद मुंबई का हाल बहुत डरावना था. ट्रेनें जहां-तहां खड़ी हो गई थीं, पूरा शहर थम सा गया था और सड़कें नदी में तब्दील हो चुकी थीं.
  • सड़कों पर कई मीटर तक पानी बह रहा था. बारिश ने ऐसा हाहाकार मचाया कि देश की आर्थिक राजधानी कहलाने वाले सपनों के शहर मुंबई की सूरत ही बदल गई थी.

गौरतलब है कि 26 जुलाई 2005 की खौफनाक बारिश और उससे होनेवाली तबाही का मंजर आज भी मुंबईकरों के जहन में ताजा है. यही वजह है कि मुंबई में जब-जब मूसलाधार बारिश होती है, लोग 2005 की बारिश को याद करके कांप उठते हैं.