Indian Railways: एक जून से चलेंगी 200 ट्रेनें, जानें सोशल डिस्टेंसिंग के लिए रेलवे का खास प्लान
एक जून से रेलवे ने 100 जोड़ी ट्रेनें चलाने का ऐलान किया है. इन ट्रेनों के टिकट की बुकिंग आज से शुरू कर दी गई है. इन ट्रेनों में क्या खास है और रेलवे ने क्या नए नियम बनाए हैं. इन सब की तमाम जानकारी रेल मंत्रालय में कार्यकारी निदेशक राजेश बाजपेयी ने दी.
Indian Railways: एक जून से रेलवे ने 100 जोड़ी ट्रेनें चलाने का ऐलान किया है. इन ट्रेनों के टिकट की बुकिंग आज से शुरू कर दी गई है. इन ट्रेनों में क्या खास है और रेलवे ने क्या नए नियम बनाए हैं. इन सब की तमाम जानकारी रेल मंत्रालय में कार्यकारी निदेशक राजेश बाजपेयी ने दी. राजेश बाजपेयी ने बताया कि एक जून से 100 जोड़ी ट्रेनें (Train) यानी 200 ट्रेनें देश भर में चलेंगी. इनमें दूरंतो, जन शताब्दी और कई एक्सप्रेस ट्रेनें शामिल हैं.
अभी जो राजधानी स्पेशल ट्रेनें चल रही हैं, उनसे देश के 16 बड़े शहरों को कनेक्ट किया गया है, लेकिन एक जून से चलने वाली ट्रेनों में कुछ छोटे शहरों के स्टेशनों को भी कवर किया जाएगा. इन सभी ट्रेनों में सीट की बुकिंग आईआरसीटीसी (IRCTC) की वेबसाइट से कर सकते हैं.
जनरल कोच में भी आरक्षित सीटें
वहीं ट्रेनों के किराए पर राजेश बाजपेयी ने बताया कि एक जून से चलने वाली ट्रेनों में एसी, नॉन एसी और जनरल श्रेणी की कोच होंगी. लेकिन जनरल कोच में सेकेंड सीट का किराया देना होगा और उसे एक आरक्षित सीट मिलेगी. काउंटर खुलने को लेकर उन्होंने कहा कि अभी स्टेशनों पर भीड़ से बचने और सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए काउंटर से टिकट बुकिंग बंद ही रहेगी. इसलिए केवल आईआरसीटीसी से ही या किसी के सहयोग से बुकिंग करा लें, लेकिन किसी भी एजेंट के जरिये बुकिंग नहीं होगी. हांलाकि इन ट्रेनों में 30 दिन तक की एडवांस बुकिंग हो सकती है. लेकिन वेटिंग, तत्काल, प्रीमियम तत्काल की बुकिंग की सुविदा नहीं रहेगी.
यात्रियों की एंट्री और एग्जिट के अलग रास्ते
पहले से ही स्पेशल ट्रेनें चल रही हैं, ऐसे में एक जून से स्टेशनों पर और भीड़ बढ़ जाएगी. इसलिए सोशल डिस्टेंसिंग का खयाल रखते हुए रेलवे ने खास योजना बनाई है. राजेश बाजपेयी ने बताया रेलवे के लिए ये चुनौती का काम है, लेकिन रेलवे के सभी कर्मचारी और आरपीएफ पूरी तरह से तैयार हैं. आने वाले समय में अलग-अलग स्टेशनों से ट्रेनें चलाई जाने की व्यवस्था की जा रही है, जिससे स्टेशन पर बहुत भीड़ न हो और हेल्थ चेकअप हो सके.
इसके अलावा स्टेशनों के एंट्री प्वॉइंट पर थर्मल गन लगाई गई है. जैसे ही यात्री एंट्री प्वॉइंट से प्रवेश करते हैं, थर्मल गन यात्रियों के शरीर के तापमान की चेकिंग करता है. इसके अलावा अभी देश के बड़े स्टेशनों जैसे दिल्ली आदि जगह एंट्री और एग्जीट अलग-अलग रास्तों से हैं. आगे भी अन्य स्टेशनों पर ऐसी ही व्यवस्था की जा रही है.
अभी नहीं खुलेंगी खाने-पीने की दुकानें
धीरे-धीरे रेलवे ट्रैक पर लौट रहा है, ऐसे में स्टेशनों पर यात्रियों के लिए खान-पीने की दुकानों के खुलने को लेकर उन्होंने कहा कि दुकानों को अभी खोलने की अनुमति नहीं दी गई है. राजधानी स्पेशल ट्रेनों में लोगों को घर से खाना लाने को कहा गया था. अगर कोई खाना नहीं ला पा रहा है तो आप पैसे देकर ड्राइ पैक्ड फूड ले सकते हैं. जबकि श्रमिक स्पेशल ट्रेनों में रेलवे की ओर से नि:शुल्क खाना और पानी की व्यवस्था की गई है. जिस स्टेशन पर ट्रेनें रुकती हैं, वहां लोगों को खाना उपलब्ध कराया जाता है.
राज्य की एडवाइजरी का करना होगा पालन
वहीं रेल मंत्रालय के कार्यकारी निदेशक ने साफ कहा कि अभी श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलेंगी. जिन्हें इन ट्रेनों से जाना होगा उन्हें राज्य या जिले के नोडल अधिकारी से संपर्क कर अपना नाम दर्ज कराना होगा. इसके अलावा यात्रियों के लिए जरूरी है कि जब भी यात्रा करें, राज्य की एडवाइजरी को अच्छी तरह पढ़ लें, क्योंकि स्टेशन पर उतरने पर यात्रियों का चेकअप होता है और जरूरी लगा तो नियम के अनुसार राज्य संदिग्ध यात्रियों को क्वारनटाइन में रख सकते हैं और उसे मानना पड़ेगा.