Pune Guillain Barre Syndrome: पुणे में गुइलेन बैरे सिंड्रोम से ग्रस्त 14 मरीज वेंटिलेटर पर, 1 की मौत, पुणे में बढ़ रहा है खतरा
Guillain-Barre Syndrome

पुणे, महाराष्ट्र: पुणे में जीबीएस का खतरा लगातार बढ़ रहा है. बताया जा रहा है कि इसमें संक्रमित एक मरीज की मौत हो गई है. यह युवक मूल रूप से सोलापुर का रहने वाला है था. इलाज के बाद शख्स को फिर से सांस से संबंधीत दिक्कतें होने लगी थी. कुछ साल पहले कोरोना का संकट पूरे देश पर छाया हुआ था. अब पुणे में जीबीएस बीमारी ने सिर उठा लिया है.

यह बीमारी है गुइलेन बैरे सिंड्रोम. पुणे में इस बीमारी के मरीज बढ़े है,साथ ही 25 जनवरी को जानकारी सामने आई कि 24 लोग वेंटिलेटर पर थे. 10 लोगों को डिस्चार्ज दिया गया है, अब 14 मरीज वेंटिलेटर पर है. पुणे में कौन से एरिया में कितने मरीज है, इसका आकड़ा सामने आया है. पुणे के सिंहगढ़ रोड परिसर में मरीजों की संख्या सबसे ज्यादा है.ये भी पढ़े:Guillain-Barre Syndrome: पुणे में गुलियन-बैरे सिंड्रोम से 73 लोग प्रभावित, घातक तंत्रिका रोग के बारे में सब कुछ जानें

मरीजों की संख्या 73 पर पहुंची थी.

25 जनवरी को गुइलेन बैरे सिंड्रोम के मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी देखी गई. मरीजों की संख्या 73 तक पहुंच गई थी. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की सेंट्रल सर्विलांस टीम ने जीबीएस रोगियों की बढ़ती संख्या पर संज्ञान लिया है.स्थानीय प्रशासन की मदद के लिए ये यूनिट भेजी गई है. ऐसे में पुणे के लोगों के लिए एक अच्छी खबर सामने आई है. शनिवार 25 जनवरी को एक भी मरीज नहीं मिला, इसके साथ ही 10 मरीज ठीक हो चुके है तो वही 14 लोग अब भी वेंटिलेटर पर है.

कौन से परिसर में कितने मरीज

पुणे शहर

बाजीराव रोड- 1

पार्वती दर्शन- 1

मानिक बाग, सिंहगढ़ रोड- 4

दांडेकर ब्रिज-1

धायरी - 3

संतोषनगर, कात्रज- 1

पुणे ग्रामीण

किर्कटवाड़ी- 14

नांदेड़ शहर-7

कोल्हेवाड़ी- 1

खडकावासला- 6

नांदेड़ फाटा-2

आंबेगांव-1

डीएसके विश्व-8

नांदेड गांव-4

वाघोली-1

पिंपरी चिंचवड

संत तुकाराम नगर-1

थेरगाव-2

पिंपरी-1

इंद्रायणीनगर,भोसरी- 3

पिंपळे गुरव- 2

चिखली-1

केळगाव केढ-1

जिनका पता नहीं -3

चिंचवड-1

जीबीएस से संक्रमित मरीज की मौत

बताया जा रहा है कि जीबीएस से पीड़ित एक मरीज की मौत हो चुकी है. ये शख्स सोलापुर जिले का रहनेवाला था और पुणे के धायरी परिसर के डीएसके विश्व परिसर में रहता था. कुछ दिन पहले उसे पुणे में जीबीएस बीमारी हुई थी. उसकी तबियत बिगड़ने के बाद उसे सोलापुर के निजी हॉस्पिटल में एडमिट करवाया गया था. लेकिन कुछ दिन पहले उसे आईसीयू से डिस्चार्ज दिया गया था. लेकिन सांस लेनें की तकलीफ के कारण उसकी दर्दनाक मौत हो गई.