उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के एक मदरसे के छात्रावास में मंगलवार रात को एक 10 वर्षीय छात्र की सोते समय चाकू घोंपकर और गला काटकर हत्या कर दी गई. गंभीर हालत में कक्षा चार के छात्र को मेरठ के मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया. अपराध के पीछे का मकसद स्पष्ट नहीं है.
इस निर्मम हत्या में अंदरूनी लोगों की भूमिका पर संदेह करते हुए, स्थानीय पुलिस ने पूछताछ के लिए मदरसे के दो कर्मचारियों को हिरासत में लिया है. सूत्रों के मुताबिक, खून के निशान सीधे एक मदरसा के कर्मचारी के कमरे तक पाए गए और वहां ऐसा दिखा कि खून के धब्बे मिटाने की कोशिश की गई है. अपराध में मदरसे की रसोई का चाकू इस्तेमाल किया गया था, और इसे बाद में मदरसे के पास के एक खेत से बरामद किया गया था.
मदरसे के एक कर्मचारी ने कहा, "जब हमला हुआ तब हॉल में 17 छात्र थे. वे सभी सो रहे थे. हमलावरों ने कमरे में घुसकर छात्र का गला काट दिया और उसे चाकू मार दिया. इस बीच एक छात्र के जग जाने और मदद के लिए चिल्लाने पर हमलावर भाग गए."
चीख-पुकार सुनकर मदरसा के अन्य कर्मचारी जाग गए और हॉल में पहुंचे. मदरसा के प्रिंसिपल बच्चे को नजदीकी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) ले गए, जहां से उसे मेरठ के मेडिकल कॉलेज में रेफर कर दिया गया. पुलिस अधीक्षक (एसपी) विपिन ताडा और गजरौला स्टेशन हाउस ऑफिसर (एसएचओ) डी.के. शर्मा मदरसा पहुंचे और जांच शुरू की. उन्होंने अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
एसपी टाडा ने कहा, "पुलिस ने एक मामला दर्ज किया है और शक के आधार पर मदरसे के दो लोगों को हिरासत में लिया है. एक संदिग्ध के कमरे के फर्श पर खून के धब्बे थे. अपराधी ने इसे पानी से साफ करने की कोशिश की थी. हमें शक है कि मदरसे का ही कोई व्यक्ति हमले में शामिल है. हमले के कारण का अभी पता नहीं चल पाया है." मदरसे में लगभग 200 छात्र हैं.