KBC 5 Winner Sushil Kumar Mantu: 'कौन बनेगा करोड़पति' में 5 करोड़ जीतने वाले सुशील कुमार मंटू ने बताया स्टारडम का काला सच, बोले- पॉपुलर होने के बाद बदतर हुई स्थिति
सुशील कुमार मंटू और अमिताभ बच्चन (Photo Credits: Facebook/ Instagram)

Kaun Banega Crorepati Season 5 Winner Sushil Kumar Mantu: अमिताभ बच्चन के गेम शो 'कौन बनेगा करोड़पति' में सिर्फ भाग लेना ही आज भी लाखों लोगों का एक सपना है. लोग इस शो पर आकर अपनी किस्मत बदलना चाहते हैं. लेकिन असल जिंदगी में इस शो पर कामयाबी की बुलंदी हासिल कर चुके एक प्रतिभागी ने अब इस कहानी का अलग पहलु दुनिया के सामने रखा है. उन्होंने बताया कि इस शो पर करोड़ों रूपए जीतने के बाद उनकी जिंदगी में जितने सकरात्मक बदलाव आए उससे कई ज्यादा परेशानियां उन्हें झेलनी पड़ी.

इस प्रतिभागी का नाम है सुशील कुमार मंटू जिन्होंने 'केबीसी 5' में 5 करोड़ रूपए जीते. शो से मालामाल होने वाले सुशील ने बताया कि इसके चलते उनकी पर्सनल और प्रोफेशनल दोनों ही जिंदगियों पर काफी बुरा प्रभाव पड़ा है. सुनने में ये थोड़ा अटपटा जरूर लगेगा लेकिन यही सच है.

उन्होंने फेसबुक पर एक लंबा चौड़ा पोस्ट लिखकर अपनी आपबीती अपने सभी दोस्तों को सुनाई है. उन्होंने लिखा, "2015-2016 मेरे जीवन का सबसे चुनौती पूर्ण समय था कुछ बुझाइए नही रह था क्या करें. लोकल सेलेब्रिटी होने के कारण महीने में दस से पंद्रह दिन बिहार में कहीं न कहीं कार्यक्रम लगा ही रहता था. इसलिए पढ़ाई लिखाई धीरे धीरे दूर जाती रही.  उसके साथ उस समय मीडिया को लेकर मैं बहुत ज्यादा सीरियस रहा करता था और मीडिया भी कुछ कुछ दिन पर पूछ देती थी कि आप क्या कर रहे हैं इसको लेकर मैं बिना अनुभव के कभी ये बिज़नेस कभी वो करता था ताकि मैं मीडिया में बता सकूं की मैं बेकार नही हूं. जिसका परिणाम ये होता था कि वो बिजनेस कुछ दिन बाद डूब जाता था."

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सुशील ने बताया कि इस सफर में उन्हें कई ऐसे गलत लोग भी मिले जिन्होंने उनका गाल्ट फायदा उठाने की कोशिश भी की. उन्होंने लिखा, "इसके साथ केबीसी के बाद मैं दानवीर बन गया था और गुप्त दान का चस्का लग गया था महीने में लगभग 50 हजार से ज्यादा ऐसे ही कार्यों में चला जाता था. इस कारण कुछ चालू टाइप के लोग भी जुड़ गए थे और हम गाहे-बगाहे खूब ठगा भी जाते थे जो दान करने के बहुत दिन बाद पता चलता था"

सुशील की जिंदगी तब और बदतर हो गई जब उनकी पत्नी के साथ भी उनके संबंध बिगड़ना शुरू हो गए थे. उन्होंने लिखा, "पत्नी के साथ भी सम्बन्ध धीरे धीरे खराब होते जा रहे थे. वो अक्सर कहा करती थी कि आपको सही गलत लोगों की पहचान नहीं है और भविष्य की कोई चिंता नही है, ये सब बात सुनकर हमको लगता था कि हमको नही समझ पा रही है इस बात पर खूब झड़गा हो जाया करता था."

सुशील का विस्तृत फेसबुक पोस्ट यहां पढ़ें:

उन्होंने बताया कि जिंदगी में आगे बढ़ने के साथ ही गलत आदतों ने भी उनका साथ पकड़ लिया. बड़े लोगों के साथ मिलने-जुलने के दौरान शराब और सिगरेट भी उनकी आदत बनेने लगी.

उन्होंने लिखा, "हालांकि इसके साथ कुछ अच्छी चीजें भी हो रही थी दिल्ली में मैंने कुछ कार ले कर अपने एक मित्र के साथ चलवाने लगा था जिसके कारण मुझे लगभग हर महीने कुछ दिनों दिल्ली आना पड़ता था इसी क्रम में मेरा परिचय कुछ जामिया मिलिया में मीडिया की पढ़ाई कर रहे लड़कों से हुआ फिर आईआईएमसी में पढ़ाई कर रहे लड़के फिर उनके सीनियर, फिर जेएनयू में रिसर्च कर रहे लड़के, कुछ थियेटर आर्टिस्ट आदि से परिचय हुआ जब ये लोग किसी विषय पर बात करते थे तो लगता था कि अरे! मैं तो कुएं का मेढ़क हूं मैं तो बहुत चीजों के बारे में कुछ नहीं जानता. अब इन सब चीजों के साथ एक लत भी साथ जुड़ गया, शराब और सिगरेट. जब इन लोगों के साथ बैठना ही होता था दारू और सिगरेट के साथ."

अंत में अपने सभी चाहनेवालों को एक बड़ी सीख देते हुए उन्होंने लिखा, "बस यही सोंचते हैं कि जीवन की जरूरतें जितनी कम हो सके रखनी चाहिए बस इतना ही कमाना है कि जो जरूरतें वो पूरी हो जाये और बाकी बचे समय में पर्यावरण के लिए ऐसे ही छोटे स्तर पर कुछ कुछ करते रहना है."