कास्ट: राजकुमार राव, श्रद्धा कपूर, पंकज त्रिपाठी, अपारशक्ति खुराना
निर्देशक: अमर कौशिक
रेटिंग्स: 3.5 स्टार्स
फिल्म ‘स्त्री’ के साथ श्रद्धा कपूर और राजकुमार राव एक नई कहानी लेकर दर्शकों के सामने पेश हो गए हैं. श्रद्धा की पिछली कुछ फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर उम्मीद जितना बढ़िया प्रदर्शन नहीं किया. वहीं राजकुमार राव की फिल्म ‘फन्ने खान’ भी बॉक्स ऑफिस पर पिट गई. ऐसे में अब निर्देशक अमर कौशिक की ये फिल्म उनके करियर ग्राफ को सुधारने में काफी कारगार साबित हो सकती है. इस हॉरर-कॉमेडी फिल्म के माध्यम से ये दोनों ही कलाकार दर्शकों का दिल जीतते नजर आ रहे हैं. इस फिल्म की रिलीज से पहले आइए फिल्म के इस रिव्यू पर डालें एक नजर.
कहानी: फिल्म की कहानी के अनुसार, भारत में एक ऐसा शहर है जहां लोग एक अजीब सी परेशानी के चलते तंग आ गए हैं. पूरे शहर पर एक प्रेत आत्मा का साया है, एक ऐसी प्रेत आत्मा जो मर्दों को उठाकर ले जाती है और केवल उनके कपड़े छोड़ जाती है. इस बात के चलते गांव में सालाना पूजा का आयोजन किया जा रहा अहि साथ ही गांव के मर्दों की सुरक्षा के लिए और उस आत्मा को दूर रखने के लिए तरह-तरह के उपाय किए जा रहे हैं. फिल्म में राजकुमार राव एक ऐसे मॉडर्न लड़के की भूमिका में हैं जो पेशे से एक दर्जी हैं. राजकुमार का किरदार अपने काम में काफी माहिर है. फिल्म में श्रद्धा कपूर का किरदार बेहद दिलचस्प है और इतना कहा जा सकता है कि इस फिल्म की कहानी में उनका किरदार बेहद अहम. अपारशक्ति खुराना इस फिल्म में राजकुमार के दोस्त की भूमिका में हैं. फिल्म की कहानी में बताया गया कि किस तरह से ‘स्त्री’ यानी की वो चुड़ैल एक-एक करके गांव’ के कई सारे मर्दों को उठाकर ले जाती है और अंत में उसे भगाने के लिए राजकुमार कितनी जद्दोजहद करते हैं. फिल्म जितनी हॉरर से भरी है उतनी ही शानदार इसकी कॉमेडी भी है. ये फिल्म आपको जितना डराएगी उतना ही हंसाएगी भी.
अभिनय: हमेशा की तरह फिल्म में राजकुमार राव अपने काम से सभी का दिल जीत लेते हैं. उनका किरदार बेहद भोले और साधारण व्यक्ति का है और इस किरदार में बखूबी ढल गए हैं. जितनी सरलता और मासूमियत वो अपने डायलॉग्स बोलते हैं उतना ही बढ़िया उनके एक्सप्रेशंस भी है. श्रद्धा कपूर के एक्सप्रेशंस में यहां हमें कमी नजर आती है. बॉलीवुड में श्रद्धा अब तक कई सारी फिल्मों में काम कर चुकी हैं और ऐसे में एक्टिंग के मामले में उनसे काफी उम्मीदें थी. लेकिन उनके परफॉर्मेंस में वो बात नहीं है. यहां श्रद्धा का किरदार बेहद अनोखा है. यहां अपारशक्ति खुराना भी आपको हंसा हंसाकर लोटपोट कर देंगे. फिल्म ‘दंगल’ की तरह ही यहां भी वो सपोर्टिंग रोल में हैं. पंकज त्रिपाठी के जितने भी सीन्स इस फिल्म में है वहां आपका हंसना तय है क्योंकि उनके जैसा मंझा हुआ कलाकार ही दर्शकों को उस लेवल का इंटरटेनिंग एक्सपीरियंस दे सकता है जिसकी हम इस फिल्म से उम्मीद करते हैं. फिल्म में वो एक पढ़े लिखे और ग्यानी व्यक्ति की भूमिका में हैं. हॉरर सीन्स में भी वो तरह से डायलॉग डिलीवरी करते हैं, वो शानदार है.
म्यूजिक: किसी भी हॉरर फिल्म में उसका बैकग्राउंड म्यूजिक उसकी जान होती है. फिल्म के मेकर्स ने इस बात का यहां ख्याल भी रखा है. इसके सीन्स जितने डरावने है उतना ही डरावना है इसका बैकग्राउंड म्यूजिक. जिस तरह इंटेंस और सेंसिटिव सीन्स में बैकग्राउंड म्यूजिक दिया गया है, वो आपको एक कम्पलीट हॉरर फिल्म किया एहसास कराएगी. बात करें संगीत की तो इस गाने के लिरिक्स में वो बात नहीं है और ना ही इसका म्यूजिक इतना बढ़िया की आप उसे याद रखेंगे.
फिल्म की खूबियां: फिल्म के डायलॉग्स इसकी जान है. जिस तरह से इस फिल्म के डायलॉग्स लिखे गए हैं ये पल पल आपको हंसाएंगे. हॉरर फिल्म होने के नाते जिस तरह से कंप्यूटर ग्राफिक्स की मदद से हॉरर एलिमेंट्स को उनके जगहों पर बिठाया गया है वो भी काबिल-ए-तारीफ है. फिल्म की कहानी हर मोड़ पर एक नई चीज सामने पेश करती है और अंत तक आप इसे देखने पर मजबूर हो जाएंगे. फिल्म एक अंत के सीन्स ऐसे हैं कि आपकी निगाहें पर्दे पर से नहीं हटेगी. सबसे जरूरी बात ये है कि इस फिल्म के माध्यम से इसके मेकर्स ने दर्शकों को संदेश दिया है वो सबसे ऊपर है और इसी के चलते ये फिल्म आपके दिल को छू भी जाएगी.
फिल्म की खामियां: जैसा कि हमने कहा कि ये फिल्म संगीत के मामले में कमजोर पड़ती नजर आई. फिल्म के गाने में उतना दम नहीं है. नोरा फतेही को यहां आइटम सॉन्ग में पेश किया गया लेकिन इसका गाना और इसके लिरिक्स उतने मजेदार या कहें इंटरटेनिंग नहीं हैं.
ओवर ऑल देखा जाए तो इस फिल्म में हॉरर और कॉमेडी के सभी जरूरी एलिमेंट्स मौजूद हैं. राजकुमार राव, पंकज त्रिपाठी और अपारशक्ति खुराना का काम ही इस फिल्म को सबसे खास बनाती है. फिल्म में हॉरर और कॉमेडी दोनों ही एलिमेंट्स को काफी अच्छे ढंग से पेश किया है. आपको भी इस फिल्म को एक बार जरूर देखना चाहिए क्योंकि यहां इंटरटेनमेंट गारंटीड है.