मुंबई: भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव(The International Film Festival of India) IFFI में विशेष पुरस्कार से नवाजे गए बॉलीवुड(Bollywood) के लोकप्रिय पटकथा लेखक(Popular Script Writer) सलीम खान(Salim Khan) ने इस पुरस्कार को अपनी जन्मभूमि इंदौर(Indore), मुंबई(Mumbai) और फिल्म उद्योग(Film Industry) को समर्पित किया है, जिसने उन्हें सबकुछ दिया है. सलीम को 49वें IFFI के समापन समारोह में सिनेमा में आजीवन योगदान देने के लिए पुरस्कार से सम्मानित किया गया. दिग्गज लेखक ने बुधवार को ट्विटर(Twitter) पर लिखा, "भारतीय सिनेमा में आजीवन योगदान देने वाले भारतीय व्यक्तित्व के तौर पर मुझे सम्मानित करने के लिए IFFI और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार का धन्यवाद."
This year at #IFFI2018 , we honour the legendary #SalimKhan for his contribution to Indian cinema. pic.twitter.com/dhyjc0GCDI
— IFFI 2018 (@IFFIGoa) November 28, 2018
उन्होंने लिखा, "मैं इस पुरस्कार को इंदौर, मेरी जन्मभूमि और मुंबई और फिल्म उद्योग को समर्पित करता हूं, जिसने मुझे सबकुछ दिया." सुपरस्टार सलमान खान(Super Star Salman Khan) के पिता सलीम ने दिग्गज गीतकार जावेद अख्तर का भी आभार जताया. उन्होंने कहा, "मैं श्रीमान जावेद अख्तर का भी आभार जताना चाहूंगा जिनके योगदान के बिना यह संभव नहीं हो पाता."
2/2 I dedicate this award to Indore, my birthplace and to Mumbai and the Film Industry which has given me everything. I would also like to thank Mr Javed Akhtar without whose contribution this would not have been possible.#IFFI2018
— Salim Khan (@luvsalimkhan) November 28, 2018
सलीम-जावेद(Salim-Javed) की जोड़ी ने 1971 से लेकर 1987 के बीच 24 फिल्मों पर काम किया, जिनमें से 20 फिल्में व्यावसायिक रूप से सफल रहीं. दोनों ने 22 बॉलीवुड और दो कन्नड़ फिल्मों पर साथ में काम किया. उनकी फिल्मों में 'शोले', 'सीता और गीता', 'जंजीर', 'दीवार' और 'क्रांति' आदि शामिल हैं.
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