Teri Baaton Mein Aisa Uljha Jiya Review: दिल को छूता है रोबोटिक रोमांस, 'तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया' में जमी शाहिद-कृति की जोड़ी!
Photo Credits: Teri Baaton Mein Aisa Uljha Jiya Revie (Maddock Films)

Teri Baaton Mein Aisa Uljha Jiya Review : शाहिद कपूर और कृति सेनन की मोस्ट अवेटेड साइंस-फिक्शन रोमांटिक-कॉमेडी 'तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया' आज यानी 9 फरवरी को रिलीज हो चुकी है. फिल्म को अमित जोशी और आराधना शाह ने डायरेक्ट किया है. वहीं फिल्म को दिनेश विजन, लक्ष्मण उतेकर और ज्योति देशपांडे ने मिलकर प्रोड्यूस किया है. अनोखी कहानी, दमदार परफॉर्मेंस और शानदार संगीत के साथ यह फिल्म कितनी मनोरंजक है, आइए जानते हैं...

कहानी का दम

कहानी शुरू होती है रोबोटिक इंजीनियर आर्यन अग्निहोत्री (शाहिद कपूर) से जो मुंबई में कार्यरत है. उसकी फैमिली दिल्ली में रहती है और जो आर्यन की किसी तरह शादी करा देना चाहते हैं और यही हर पैरेंट का सपना होता है. पर आर्यन की फिलहाल शादी में कोई दिलचस्पी नहीं है. एक दिन उसके साथ ऐसा कुछ घटता है जोकि दुनिया में किसी के साथ नहीं घटा होगा. उसे सुपर इंटेलीजेंट रोबोट शिफरा (कृति सेनन) से प्यार हो जाता है. यहां तक फिर भी ठीक था पर वह अब अपने घर में ही शिफरा को ले आता है बिना यह बताए कि यह एक रोबोट है.पर रोबोट तो रोबोट है, एक दिन दो अपना रंग दिखा ही देगा.हमेशा शादी से कन्नी काटने वाला इंसान आर्यन अपनी फैमिली के सामने ऐलान कर देता है कि वे वह शिफरा के प्यार में गिरफ्त है और उससे ब्याह रचाना चाहता है. क्या एक रोबोट और इंसान की शादी हो पाएगी? क्या आर्यन की फैमिली को पता नहीं चलेगा की शिफ़रा एक रोबोट है ? इन सभी सवालों के जवाब आपको सिनेमाघर में मिलेंगे.

पॉजिटिव पॉइंट्स

शाहिद और कृति की केमिस्ट्री: दोनों कलाकारों ने शानदार अभिनय किया है. उनकी केमिस्ट्री फिल्म की जान है और दर्शकों को खूब हंसाती-रुलाने वाली है. धर्मेन्द्र केक के ऊपर चेरी की तरह जो बहुत कम डॉयलॉग्स के साथ जबरा माहौल बना देते हैं. वहीं डिंपल कपाड़िया भी अपनी शानदार एक्टिंग से प्रभावित करती हैं.

फिल्म का म्यूजिक: फिल्म का बैकग्राऊंड म्यूजिक गाने लाजवाब हैं और कहानी को आगे बढ़ाने में मदद करते हैं.

क्लाइमेक्स: फिल्म का क्लाइमेक्स भावुक और चौंकाने वाला है, साथ ही आपको एक सरप्राइज भी मिलने वाला है जिसकी आपने उम्मीद नहीं की होगी.

नेगेटिव पॉइंट्स

कमजोर निर्देशन: कुछ जगहों पर फिल्म का निर्देशन कमजोर लगता है, जिससे कहानी की रफ्तार धीमी हो जाती है.

स्क्रीनप्ले की खामियां: कुछ डायलॉग और सीन थोड़े क्लिच और अनुमानित लगते हैं.

कुल मिलाकर, 'तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया' एक मनोरंजक फिल्म है, जिसमें शाहिद और कृति की केमिस्ट्री, शानदार संगीत और दिलचस्प कहानी देखने लायक है. हालांकि, कुछ कमजोरियों के कारण फिल्म पूरी तरह से प्रभावित नहीं कर पाती. अगर आप कुछ हटकर और हल्की-फुल्की फिल्म देखना चाहते हैं तो यह फिल्म आपके लिए हो सकती है. आप इसे परिवार के साथ एंजॉय कर सकते हैं, साथ ही आपको ज़्यादा दिमाग भी खर्च नहीं करना पड़ेगा.

Rating:3.5out of 5