नई दिल्ली: आज आरडी बर्मन 'पंचम दा' का जन्मदिन है. ऐसे में आशा भोसले का जिक्र होना तो बनता है. उन्होंने अपने करियर के दौरान लगभग 300 फिल्मों में संगीत दिया. आरडी बर्मन का जन्म 27 जून, 1939 को हुआ था और 4 जनवरी, 1994 को 54 वर्ष की उम्र में उनका निधन हो गया था. बताना चाहते है कि इस सुरीली जोड़ी ने बॉलीवुड इंडस्ट्री को तमाम यादगार नगमे दिए हैं. एक समय तो ऐसा था जब आशा सिर्फ पंचम दा के लिए गाने गाती थीं. उनकी रिकॉर्डिंग के समय फिर वो किसी और को समय नहीं देती थीं.
आरडी बर्मन के पिता एसडी बर्मन भी जाने माने संगीतकार थे और आरडी बर्मन ने अपने करियर की शुरुआत उनके सहायक के रूप में की थी.
RD Burman and @AshaBhosle -- so many memorable songs, which is your favorite?#HappyBirthdayPancham pic.twitter.com/NHTYDFTB6Z
— Film History Pics (@FilmHistoryPic) June 26, 2018
आरडी बर्मन प्रयोगवादी संगीतकार के रूप में जाने जाते हैं. उन्होंने पश्चिमी संगीत को मिलाकर अनेक नई धुनें तैयार की थीं. हिन्दी फिल्मों के अलावा बंगला, तेलुगु, तमिल, उड़िया और मराठी फिल्मों में भी अपने संगीत के जादू से उन्होंने श्रोताओं को मदहोश किया.
आरडी बर्मन और आशा भोसले की पहली मुलाकात 1956 में हुई थी. तब आशा भोसले ने इंडस्ट्री में अच्छी खासी पहचान बना ली थी.
पंचम दा और आशा भोसले दोनों की ही पहली शादी टूट चुकी थी. पंचम दा अपनी पहली पत्नी रीता पटेल से अलग हो गए थे. वहीं आशा भोसले अपने पति गणपतराव भोंसले से बिल्कुल खुश नहीं थीं.
पंचम दा के घर में फिल्मी माहौल होने के कारण उनका मन शुरू से ही संगीत में रमा बसा था. पंचम दा अक्सर अपनी धुनों के साथ प्रयोग किया करते थे. वह पश्चिमी संगीत को मिलाकर नई धुनें तैयार करते थे.
फिल्म जगत में ‘पंचम’ के नाम से मशहूर आर.डी.बर्मन को यह नाम तब मिला जब उन्होंने अभिनेता अशोक कुमार को संगीत के पांच सुर सा.रे.गा.मा.पा गाकर सुनाया. बतौर संगीतकार उन्होंने अपने सिने कैरियर की शुरुआत वर्ष 1961 में महमूद की निर्मित फिल्म ‘छोटे नवाब’ से किया था लेकिन इससे उन्हें कोई खास कोई पहचान नहीं मिल सकी.
बताना चाहते है कि पंचम दा को अपने सिने कैरियर में तीन बार सर्वश्रेष्ठ संगीतकार के फिल्म फेयर पुरस्कार से सम्मानित किया गया. इनमें ‘सनम तेरी कसम’,’मासूम’ और ‘1942 ए लवस्टोरी’ शमिल है.