देश के नामी शायर राहत इंदौरी (Rahat Indori) अब इस दुनिया में नहीं रहें. 11 अगस्त को उन्होंने इंदौर के अरविंदो अस्पताल में आखिरी सांस ली. कोरोना संक्रमित होने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था. खबर है कि दिल का दौरा पड़ने के बाद आज उनका निधन हो गया है. ख़बरों के अनुसार कोरोना के इलाज के दौरान राहत इंदौरी को दो बार दिल का दौरा पड़ा. जिसके बाद अस्पताल के डॉक्टर उन्हें बचा नहीं सके और उनका निधन हो गया. राहत इंदौरी साहब ने एक से बढ़कर एक शायरी दी है. उनकी कई नज्में लोगों के बीच का पॉपुलर हैं. जिनमें से एक है बुलाती है मगर जाने का नहीं.
सोशल मीडिया पर राहत इंदौरी साहब की शायरी बुलाती है मगर जाने का नहीं (Bulati Hai Magar Jaane Ka Nahi) की ये एक लाइन लोगों के बीच काफी पॉपुलर हुई थी. इस एक लाइन को लेकर तमाम तरह के वीडियो देखे जाते रहे हैं. अब जब हमारे बीच देश का ये महान शायर नहीं रहा तो उनके इस सबसे फेमस शायरी बुलाती है मगर जाने का नहीं का ओरिग्नल वीडियो भी देख लेते हैं.
आपको बता दे कि आज सुबह ही अपने ट्विटर के माध्यम से राहत इंदौरी ने सभी को अपने हेल्थ के बारे में बताया था कि वो कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि 'कोविड के शुरुआती लक्षण दिखाई देने पर कल मेरा कोरोना टेस्ट किया गया, जिसकी रिपोर्ट पॉज़िटिव आई है. ऑरबिंदो हॉस्पिटल में एडमिट हूं, दुआ कीजिये जल्द से जल्द इस बीमारी को हरा दूं. एक और इल्तेजा है, मुझे या घर के लोगों को फ़ोन ना करें, मेरी ख़ैरियत ट्विटर और फेसबुक पर आपको मिलती रहेगी.'