'कोई बेवकूफ ही होगा जो Toilet जैसी फिल्मों की आलोचना करे' - जया बच्चन की टिप्पणी पर अक्षय कुमार का जवाब (Watch Video)
बॉलीवुड के सुपरस्टार अक्षय कुमार ने हाल ही में अपनी फिल्म केसरी चैप्टर 2 के प्रमोशनल इवेंट के दौरान एक अहम मुद्दे पर चुप्पी तोड़ी. दरअसल, कुछ समय पहले अनुभवी अभिनेत्री और राज्यसभा सांसद जया बच्चन ने उनकी 2017 की हिट फिल्म टॉयलेट: एक प्रेम कथा के शीर्षक का मजाक उड़ाते हुए इसे 'फ्लॉप' बताया था और कहा था कि वे कभी भी ऐसा नाम सुनकर फिल्म नहीं देखेंगी.
'Only a Fool Would Criticise Films Like Toilet': बॉलीवुड के सुपरस्टार अक्षय कुमार ने हाल ही में अपनी फिल्म केसरी चैप्टर 2 के प्रमोशनल इवेंट के दौरान एक अहम मुद्दे पर चुप्पी तोड़ी. दरअसल, कुछ समय पहले अनुभवी अभिनेत्री और राज्यसभा सांसद जया बच्चन ने उनकी 2017 की हिट फिल्म टॉयलेट: एक प्रेम कथा के शीर्षक का मजाक उड़ाते हुए इसे 'फ्लॉप' बताया था और कहा था कि वे कभी भी ऐसा नाम सुनकर फिल्म नहीं देखेंगी. सोशल मीडिया पर इस बयान की काफी आलोचना हुई, क्योंकि यह फिल्म न केवल एक ब्लॉकबस्टर रही बल्कि भारत में स्वच्छता और खुले में शौच के खिलाफ जागरूकता फैलाने का काम भी किया. 'Kesari Chapter 2' Teaser Out: 'केसरी चैप्टर 2' का अनोखा टीजर हुआ रिलीज, अक्षय कुमार ने जीवंत किया जलियांवाला बाग का दर्द (Watch Video)
प्रेस कॉन्फ्रेंस में जब अक्षय कुमार से पूछा गया कि क्या इंडस्ट्री के साथी कलाकारों द्वारा की गई आलोचना उन्हें प्रभावित करती है, तो अभिनेता ने कहा, “क्रिटिसाइजिंग... मुझे नहीं लगता किसी ने क्रिटिसाइज किया है वो फिल्मों को. कोई बेवकूफ ही होगा जो ऐसी फिल्में क्रिटिसाइज करेगा जो मैंने बनाई हैं. पैड मैन, टॉयलेट: एक प्रेम कथा, एयरलिफ्ट, केसरी, ये सब मैंने दिल से बनाई हैं. ये फिल्में लोगों को कुछ सिखाती हैं, समझाती हैं.”
जब जया बच्चन ने 'टॉयलेट' फिल्म को लेकर कही ये बात:
जब उनसे विशेष रूप से जया बच्चन के वायरल बयान पर प्रतिक्रिया मांगी गई, तो अक्षय ने शालीनता से कहा, “अगर उन्होंने कहा है तो फिर सही होगा, मुझे नहीं पता. अगर टॉयलेट: एक प्रेम कथा जैसी फिल्म बनाकर मैंने कुछ गलत किया है तो अगर वह कह रही हैं तो शायद सही ही होगा.”
अक्षय का पलटवार:
Akshay's reply to Jaya bachchan : "Koi bewkoof hi hoga jo padman and TEPK jaisi filmon ko criticize karega"
अक्षय का यह शांत लेकिन स्पष्ट जवाब यह दर्शाता है कि वे अपने काम को लेकर कितने सजग हैं और सामाजिक मुद्दों पर आधारित सिनेमा को कितनी ईमानदारी से प्रस्तुत करते हैं.