नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने अपनी जबरदस्त एक्टिंग के दम पर बॉलीवुड में अपनी पहचान बनाई है. उनका अभिनय लोगों को काफी पसंद आता है. इस सफलता के लिए उन्होंने काफी संघर्ष किया था. फिल्मी दुनिया में कदम रखने से पहले उन्होंने एक वॉचमैन की नौकरी भी की थी. शुरुआत में उन्हें सरफ़रोश, मुन्नाभाई एम.बी.बी.एस, ब्लैक फ्राइडे और न्यूयॉर्क जैसी फिल्मों में छोटे रोल्स मिले थे पर इन छोटे किरदारों को भी उन्होंने बखूब निभाया था. फिल्म 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' में फैजल खान का किरदार निभाकर वह लाइमलाइट में आए. आज उनकी एक्टिंग का लोहा सब मानते हैं. वह सलमान खान के साथ फिल्म 'बजरंगी भाईजान' और शाहरुख खान के साथ फिल्म 'रईस' में भी काम कर चुके हैं.
आज नवाजुद्दीन अपना 44वां जन्मदिन मना रहे हैं और इस खास अवसर पर हम आपको उनके पांच बेहतरीन डायलॉग्स के बारे में बताएंगे :-
1. "भगवान के भरोसे मत बैठिएं, क्यां पता भगवान आपके भरोसे बैठा हो"
यह नवाजुद्दीन की फिल्म 'मांझी : द माउंटेन मैन' का डायलॉग है. यह फिल्म दशरथ मांझी की जिंदगी पर आधारित थी जिन्होंने अपनी पत्नी के लिए एक पहाड़ को काट दिया था. 'मांझी : द माउंटेन मैन' 21 अगस्त, 2015 को रिलीज हुई थी.
2. "जिसे जिंदगी की परवाह होती है, मां कसम मारने का मजा उसी को आता है"
यह डायलॉग फिल्म 'किक' का है. सलमान खान की इस फिल्म में नवाजुद्दीन ने विलेन का किरदार निभाया था. 25 जुलाई, 2014 को यह फिल्म रिलीज हुई थी.
3."बाप का, दादा का, भाई का, सबका बदला लेगा तेरा फैजल"
यह 'गैंग्स ऑफ़ वासेपुर' का डायलॉग है. 22 जून, 2012 को यह फिल्म रिलीज़ हुई थी.
4. "शानदार, जबरदस्त,जिंदाबाद"
यह भी 'मांझी : द माउंटेन मैन' का ही डायलॉग है.
5. "कोई उम्मीद बर नहीं आती कोई सूरत नजर नहीं आती, मौत तो एक दिन मुअय्यन है नींद क्यों रात भर नहीं आती"
इस गजल को तो आपने कई दफा सुना होगा. नवाज ने इस गजल के कुछ शब्द फिल्म 'किक' में अपने मजेदार अंदाज में कहे थे.
हम उम्मीद करते हैं कि आपको नवाजुद्दीन सिद्दीकी के बेहतरीन डायलॉग्स की यह सूची पसंद आई होगी.