Mission Raniganj Review:अक्षय कुमार की मोस्ट अवेटेड फिल्म मिशन रानीगंज आज सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है. फिल्म की कहानी जसवंत सिंह गिल के जीवन पर आधारित है, जिन्होंने एक ऑपरेशन चलाकर कोयला की खदान में फंसे 65 खनिकों को जिंदा बाहर निकाला था.फिल्म को टीनू सुरेश देसाई ने डायरेक्ट किया है. अक्षय कुमार और टीनू देसाई दूसरी बार साथ में काम कर रहे हैं. इन्होंने इससे पहले रुस्तम में काम किया था, जो बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट साबित हुई थी. अब सभी की निगाहें मिशन रानीगंज पर टिकी हैं. इसमें अक्षय कुमार की जबर्दस्त परफॉर्मेंस देखने मिली है. Mission Raniganj: अक्षय कुमार की 'मिशन रानीगंज' को सीबीएफसी बोर्ड मेंबर्स से मिला स्टैंडिंग ओवेशन, फिल्म कल सिनेमाघरों में देगी दस्तक!
फिल्म की कहानी शुरु होती है एक शादी के सीन से जहां जसवंत सिंह गिल (अक्षय कुमार) अपनी पत्नी निर्दोश (परिणीति चोपड़ा) के साथ नजर आते हैं और खूब भांगड़ा होता. वेस्ट बंगाल के रानीगंज में एक बड़ी कोयला की खदान है, जहां 200 से अधिक खनिक कार्यरत है और एक ब्लास्ट में खदान में पानी कहर बनकर भरने लग जाता है. आनन फानन में काफी खनिक बाहर निकल जाते हैं पर 72 खनिक वहीं फंस जाते हैं. जिसमें से 7 की मौत हो जाती है. अब एंट्री होती है जसवंत सिंह की, जिनके पास ऑपरेशन चलाकर खनिकों को बचाने का आयडिया है. पर निजी फायदे की राजनीति इसमें बाधा डालती है. इसके अलावा भी कई सारी परेशानियों कोसुलझाकार कैसे खनिकों को बचाया जाता है यह देखने लायक है.
देखें ट्रेलर:
फिल्म की कहानी वैसे तो हर किसी को पता है, जिसे पता नहीं था उसे फिल्म के अनाउंसमेंट के बाद पता चल गई. अब मुद्दा था कि इसे एक फिल्म को इंट्रेस्टिंग तरीके से कैसे पेश किया जाता है. टीनू सुरेश देसाई का डायरेक्शन कहीं कहीं इम्प्रेस करता है, तो वहीं दूसरी तरफ परेशान भी करता है. इस तरह की फिल्में अक्सर भावनाओं के आधार पर वर्क करती हैं. फिल्म में कुछेक सीन्स को छोड़ दें तो फिल्म में भावनाओं की कमी आई, आंसू आने चाहिए थे, पर नहीं आए. साथ ही बैकग्राउंड म्यूजिक मुझे काफी एवरेज लगा. बावजूद इसके फिल्म अपना प्रभाव छोड़ती है और मोटिवेट करती है.
अक्षय कुमार फिल्म की जान है, उनकी चाल, उनका पर्सनाल्टी बाकी फिल्मों से अलग लगा. इसके अलावा फिल्म में कुमुद मिश्रा,दिव्येंदु भट्टाचार्य, पवन मल्होत्रा, रवि किशन और राजेश शर्मा ने अपनी दमदार अदाकारी से फिल्म में चार चांद लगाए.परिणीति चोपड़ा का किरदार छोटा है पर काफी अहम है.अगर आपको रियल लाइफ पर बेस्ड फिल्में पसंद है, तो यह फिल्म आपके लिए है. फिल्म आपको निराश नहीं करेगी.