कलाकार के रूप में रूप-रंग कितना महत्वपूर्ण है, जानती हूं : सोनम कपूर
सोनम कपूर (Photo Credits: Instagram)

बॉलीवुड अभिनेत्री सोनम के.आहूजा (Sonam K Ahuja) का कहना है कि एक कलाकार होने के नाते वह जानती हैं कि उनका शारीरिक स्वास्थ्य और रूप-रंग कितना महत्वपूर्ण है. सोनम ने अपने वेरिफाइड इंस्टाग्राम अकाउंट पर अभिनेत्री और स्टंटवूमन मैरी एन इवांस (Mary Ann Evans) की एक तस्वीर पोस्ट की, जो कि 'फियरलेस नादिया' (Fearless Nadia) के रूप में भी लोकप्रिय हैं.

तस्वीर के साथ सोनम ने लिखा, "मुझे नहीं पता कि तुम लोग कैसा महसूस करते हो, लेकिन मैं बिट्स पर फिदा हूं! जब मैंने नादिया के बारे में पढ़ा तो मैं दंग रह गई. एक अभिनेत्री होने के नाते, मुझे पता है कि हमारा शारीरिक स्वास्थ्य और रूप-रंग कितना महत्वपूर्ण है. आज भी ज्यादातर कलाकारों ने अपने स्टंट खुद से नहीं किए हैं." यह भी पढ़े: सोनम कपूर का स्टाइलिश लुक देख हो जाएंगे इम्प्रेस, इंटरनेट पर वायरल हुई फोटो

 

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I don’t know how you guys feel, but I’m blown to bits! When I read about Nadia, I was stunned. Being an actor, I know how important our physical health and appearance is. There’s a reason why most actors today don’t perform their own stunts. Even now, physical combat is seen as something that only men are supposed to do in films. Running on trains and fighting the enemy or even working the whip - these are seen as things the “hero” does to win. Many say that she was better at stunts than most male actors of the time! Added to all of this is the fact that from Australia she came to India, learnt the language, learnt the craft and made a name for herself here. It’s amazing how she challenged the norm back in the ‘30s and ‘40s, and decided to risk it all by doing her stunts herself. So inspiring and courageous. A true legend, in my opinion! #WomeninFilm #FearlessNadia #HistoryofFilm #StuntsinBollywood #BollywoodHistory #FeministsofBollywood #FeministActors

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सोनम ने लिखा कि अब भी "शारीरिक मार-धाड़ को कुछ इस रूप में देखा जाता है, जैसे फिल्मों में यह सब सिर्फ पुरुषों के लिए है." उन्होंने आगे लिखा, "गाड़ियों पर दौड़ना और दुश्मन से लड़ना या यहां तक कि चाबुक चलाना भी , इन चीजों को 'हीरो'की जीत के लिए दिखाई जाती है. कई लोग कहते हैं कि वह उस समय के अधिकांश पुरुष अभिनेताओं की तुलना में स्टंट में बेहतर थीं!" यह भी पढ़े:कोरोनावायरस महामारी के बीच सोनम कपूर लंदन में

सोनम ने 'फियरलेस नादिया' को एक सच्ची लीजेंड कहा. उन्होंने कहा, "वह ऑस्ट्रेलिया से भारत आई थीं, उन्होंने यहां की भाषा सीखी, शिल्प सीखा और यहां अपने लिए नाम कमाया. यह आश्चर्यजनक है कि कैसे उन्होंने 30 और 40 के दशक में परंपराओं को चुनौती दी और अपने स्टंट खुद करते हुए जोखिम लेने का फैसला किया। बहुत ही प्रेरक और साहसी. मेरी राय में, एक सच्ची लीजेंड!"