Bajrang Aur Ali Review: सिनेमा का इतिहास उठाकर देखें तो पता चलता है कि मनोरंजक फिल्मों के दौर में भी समसामयिक विषयों की झलक पेश करती ऐसी कई फिल्में बनती रही हैं जो दर्शकों को सोचने पर मजबूर करती रही हैं. 'बजरंग और अली' की गिनती भी ऐसी ही फिल्मों के रूप में की जा सकती है जो ना सिर्फ आपको बहुत कुछ सोचने पर विवश करती है बल्कि इस फिल्म की कहानी कुछ ऐसी है कि यह आपको भीतर तक झकझोर कर भी रख देगी. यह फिल्म मानवता का असली पाठ पढ़ाने का काम करती है. फिल्म इस शुक्रवार यानी 7 जून को सिनेमाघरों में रिलीज के लिए तैयार है. Movie Releasing in June Exciting Lineup: जून में लगेगा हॉरर और साइंस-फिक्शन का तड़का, धूम मचाने आ रही हैं 'मुंज्या' से लेकर 'कल्कि' जैसी दमदार फिल्में!
फिल्म 'बजरंग और अली' दो अलग-अलग धर्म से ताल्लुक रखने वाले बजरंग और अली की दोस्ती पर आधारित एक भावुक कहानी है. ऐसे दोस्त जो एक-दूसरे के बिना अपनी जिंदगी की कल्पना तक नहीं कर सकते हैं. धर्म से पैदा होने वाली नफरत से दूर बजरंग और अली दोस्ती की ऐसी मिसाल कायाम करते हैं कि उसकी चर्चा पूरे शहर में होती है. लेकिन क्या नफरत भरे माहौल के चलते बदले हुए वक्त में दोनों की यह अद्भुत दोस्ती टिक पाती है? क्या बजरंग अली की दोस्ती में हमेशा के लिए दरार आ जाती है? इन सभी सवालों के जवाब जानने के लिए आपको फिल्म देखनी होगी.
देखें बजरंग और अली का ट्रेलर:
गौरतलब है फिल्म में बजरंग का रोल निभाने वाले जयवीर ने ही बड़ी ही संजीदगी के साथ इस फिल्म की कहानी और पटकथा भी लिखी और उन्होंने ही एक काबिल निर्देशक की भूमिका निभाते हुए इस फिल्म का जोरदार ढंग से निर्देशन भी किया है. यकीनन, जयवीर अभिनय, लेखन और निर्देशन तीनों ही डिपार्टमेंट में अपनी क़ाबिलियत को साबित करते हैं और अपनी अथक मेहनत और हुनर से 'बजरंग और अली' को एक बेहद दिलचस्प फिल्म बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ते हैं. जयवीर के बेहद करीबी और ख़ास दोस्त अली का रोल सचिन पारिख ने निभाया है. सचिन की अदाकारी एवरेज लगी.फिल्म की सिनेमोटोग्राफी और म्यूजिक पर और अधिक काम किया जाना चाहिए था. फिल्म की एडिटिंग में भी ध्यान दिया जाना चाहिए था इसकी लंबाई को भी कम किया जा सकता था. Top 5 Upcoming Movies 2024: बॉलीवुड और साउथ के धमाकों से गूंजेगा 2024, आ रही हैं ये 5 बहुप्रतीक्षित फिल्में!
बावजूद इसके 'बजरंग और अली' आपका भरपूर मनोरंजन करने वाली और और इंसानियत की सीख देने वाली फिल्म है. जिसे आप एक बार बड़े पर्दे पर जरूर देख सकते हैं.वैसे फिल्में तो कई आती और जाती हैं, पर जो फिल्म धर्म से अधिक महत्व मानवता को दे ऐसी फिल्मों कम ही बनती हैं.