फिल्मों में अपने अभिनय का लोहा मनवाने वाले अभिनेता इरफान खान इन दिनों गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं. कहा जा रहा है की इरफान खान को ऐसी बीमारी हुई है, जो एक लाख लोगों में से किन्हीं 5 लोगों को होती है. इरफान खान को जो बीमारी हुई है उसे न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर के नाम से जाना जाता है. जिसकी जानकारी खुद इरफान खान ने ट्विटर के माध्यम से दिया था. फिलहाल अभी तो इरफान खान अपनी बिमारी का इलाज करवाने विदेश गए हुए हैं.
जाने क्या है न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर
इरफान खान को जो बीमारी हुई है उसके बारें में जानने की उत्सुकता लोगों में बढ़ गई हैं. बता दें कि इस बीमारी से अंत: स्रावी ग्रंथियां प्रभावित होती हैं. शरीर के अंदर अंत स्रावी ग्रंथिया हार्मोन का स्राव करती हैं और इनका नियंत्रण तंत्रिका तंत्र से होता है. वहीं जब इन ग्रंथियों में पाई जाने वाली विशेष प्रकार की अंत: स्रावी कोशिकाओं अधिक बढ़ोत्तरी होने लगती है तो वो धीरे-धीरे कैंसर जैसी घातक बीमारी का रूप धारण कर लेती है.
इंसान के शरीर में अंत: स्रावी कोशिकाएं यहां होती हैं
मानव के शरीर में पीयूष ग्रंथि, ऐड्रीनल, थाइरॉइड, पैराथाइरॉयड, टेस्टिस, ओवैरी, पिनियल, लैंगरहैंस की द्वीपिकाएं और थाइमस में अंत: स्रावी कोशिकाएं होती हैं.
रोग के लक्षण
भूख-प्यास बढ़ना और लगातार पेशाब लगना
तनाव, घबराहट, अस्थिरता, चक्कर बेहोशी
रक्तचाप, बुखार और उल्टी लगातार होना
शरीर का वजन कम होना
दस्त का लगातार होना
बीमारी की वजह
न्यूरोइंडोक्राइन ट्यूमर (एनईटी) वास्तव में बेहद दुर्लभ बीमारी की श्रेणी में आती है. डॉक्टरों के मुताबिक ये बीमारी अनुवांशिक कारणों से भी होता है. अगर परिवार में मां और बाप में से किसी एक को अगर हो तो बेटे को होने की आशंका बनी रहती है. इसके आलावा यदि शरीर का प्रतिरक्षा तंत्र कमजोर हो तो उसे भी इस तरह की बीमारी होने की संभावना अधिक हो जाती है. यदि अधिक समय तक धुप में इंसान रहता है तो उसके कारण शरीर के अंग पर अल्ट्रा वायलेट किरणों का असर होता है और इस बीमारी का खतरा अधिक बढ़ जाता है. गौरतलब हो कि हर न्यूरो एंडोक्राइन ट्यूमर कैंसर नहीं होता है.