Bala Movie Review: गंजेपन से जूझ रहे आयुष्मान खुराना की इस फिल्म में है ढेर सारा एंटरटेनमेंट और एक खूबसूरत मैसेज
आयुष्मान खुराना, भूमि पेडनेकर और यामी गौतम की फिल्म 'बाला' कल यानी 8 नवंबर को रिलीज होने जा रही है. ये फिल्म आज के दौर में युवाओं में बाल झड़ने क बीमारी को एक कॉमिकल अंदाज में कहानी के रूप में पेश करती है. इस फिल्म का दर्शकों का काफी इंतजार भी है और इसे देखने से पहले पढ़ें हमारा ये रिव्यू.
Bala Movie Review: आयुष्मान खुराना (Ayushmann Khurrana) बॉलीवुड के उन युवा एक्टर्स में से एक हैं जिनकी एक्टिंग और स्क्रीन प्रेजेंस का जादू लोगों के सर चढ़कर बोल रहा है. आज के दौर के सबसे सफल एक्टर्स में से एक, आयुष्मान एक बार फिर एक नई कहानी और नए अंदाज में फैंस के सामने पेश हो रहे हैं. समाज में बढ़ती बाल झड़ने की समस्या को आयुष्मान एक फिल्म के माध्यम से पेश करने जा रहे हैं. उनकी फिल्म 'बाला' (Bala) कल यानी 8 नवंबर, शुक्रवार को रिलीज हो रही है. पढ़ें फिल्म को देखने से पहले पढ़ें इस फिल्म का ये स्पेशल रिव्यू. ये भी पढ़ें: आयुष्मान खुराना के फिल्म को कैसे मिला ‘बाला’ नाम, एक्टर ने किया खुलासा
कास्ट: आयुष्मान खुरामा, यामी गौतम, भूमि पेडनेकर (Bhumi Pednekar), सौरभ शुक्ला, जावेद जाफरी और अभिषेक बनर्जी
निर्देशक: अमर कौशिक (Amar Kaushik)
कहानी: फिल्म 'बाला' कहानी है बालमुकुंद शुक्ला नाम के ऐसे लड़के की जिसके बचपन में कभी घने बाल हुए करते थे. लेकिन जवानी के साथ ही उसके बाल झड़ते चले गए और वो गंजेपन का शिकार हो गया. इसके कारण उसे कई तरह से मुसीबतें झेलनी पड़ी. समाज की हंसी का पात्र बना बाला कई तरह से मानसिक पीड़ा को सहन करता है और बाल वापस उगाने की काफी कोशिश भी करता है. लेकिन उसे हार का सामना करना पड़ता है. इसी बीच उसके पिता उसके लिए विग लेकर आते हैं जिसे पहनकर एक बार फिर उसी जिंदगी में खुशियां लौट आती है. इसी बीच बाला को टिक टोक की एक सेलेब्रिटी से प्यार हो जाता है और वो उनसे शादी भी कर लेता है. लेकिन लड़की को वो किसी कारण अपने गंजेपन किस सच्चाई नहीं बता पाता और सच सामने आने पर वो लड़की भी उसे छोड़कर चली जाती है. तब बाला की बचपन की दोस्त जो अब वकील है, जिंदगी हमें जिस रूप में ढालती है हमें उसे स्वीकार करके खुद की अवहेलना नहीं करना चाहिए. बाला की ये दोस्त बचपन से ही अपने काले रंग के कारण लोगों के मजाक का पात्र बनती है और लेकिन वो खुदको स्वीकार करके आगे जिंदगी में आगे बढ़ती है और यही सीख अंत में वो बाला को भी देती है.
अभिनय: आयुष्मान खुराना एक बार फिर अपनी एक्टिंग, अपने डायलॉग्स और साथ ही अपनी एक्सप्रेशन्स से दर्शकों का दिल जीतते हुए नजर आए. फिल्म में उनके काम को दर्शक जरूर पसंद करेंगे. इसी के साथ फिल्म में यामी गौतम का काम भी सराहनीय है. उनका किरदार गंभीर किस्म का है और वो उसमें पूरी तरह से ढली हुई नजर आती हैं. फिल्म में यामी गौतम जोकि एक टिक टोक (Tik Tok) स्टार की भूमिका में हैं, उनका अंदाज हमें खूब एंटरटेन करेगा. उनके डांसिंग स्टाइल और एक्सप्रेशन्स आपको खूब पसंद आएंगे. फिल्म में सुअरभ शुक्ला, जावेद जाफरी और साथ ही अभिषेक बनर्जी जोकि सपोर्टिंग रोल में हैं, उनका काम भी काफी मनोरंजक है और यकीनन ये हमें खूब हंसाते हैं.
म्यूजिक: संगीत की बात की जाए यहां ऐसा एक-दो रोमांटिक या इमोशनल ट्रैक सुनने को मिलते हैं. लेकिन क्योंकि ये फिल्म किरदार की एक परिस्थिति को दर्शाती है, उसके अनुसार जिस तरह का बैकग्राउंड म्यूजिक दिया गया है वो काफी इंटरेस्टिंग है और सीन को और भी एंटरटेनिंग बनाती है. आपके दिल को छू जाए उस प्रकार का संगीत यहां सुनने को नहीं मिलता है.
फाइनल टेक: 'स्त्री' (Stree) जैसी रोमांचक और हिट फिल्म बनाने वाले अमर कौशिक (Amar Kaushik) ने 'बाला' (Bala) के साथ दर्शकों का मनोरंजन करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है. फिल्म का फर्स्ट हाफ थोड़ा धीमा लगता है और यहां कहानी आपको कुछ हद तक बोर कर सकती है. लेकिन 'बालमुकुंद' की ट्रैजिक स्टोरी में जिस तरह के मोड़ आते हैं ये कहानी को एंटरटेनिंग बनाती है. फिल्म के डायलॉगस, इसकी कॉमिक टाइमिंग, आयुष्मान, यामी गौतम और इसके सपोर्टिंग स्टार्स की एक्टिंग ही इसकी खासियत है. फिल्म मनोरंजन के साथ एक अहम संदेश भी देती है. समाज में आज बाल झड़ने की समस्या युवाओं में तेजी से फेल रही है और इस फिल्म की कहानी से ज्यादा से ज्यादा लोग जुड़ पाएंगे. हमारी राय में आप भी इस फिल्म को सिनेमाघर में जाकर जरूर देखें.