GMP of Godavari Biorefineries : एथनॉल और जैव-आधारित रसायन निर्माता गोदावरी बायोरिफाइनरीज लिमिटेड (Godavari Biorefineries) का आईपीओ (IPO) सब्सक्रिप्शन के लिए 23 अक्टूबर को खुला. पेशकश के पहले ही दिन बुधवार को इसे 27 प्रतिशत बोलियां प्राप्त हईं. कंपनी ने तीन दिवसीय आईपीओ के जरिए शेयर बिक्री से 554.75 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बनाई है. गोदावरी बायोरिफाइनरीज आईपीओ में ताजा इश्यू और ऑफर फॉर सेल (OFS) दोनों है.
एनएसई के आंकड़ों के मुताबिक, पहले दिन आरंभिक शेयर बिक्री के लिए रखे गए 1,12,74,739 शेयरों के मुकाबले 30,45,042 शेयरों के लिए बोलियां प्राप्त हुईं. इसमें खुदरा व्यक्तिगत निवेशकों (RII) के खंड में 48 प्रतिशत, जबकि गैर-संस्थागत निवेशकों की श्रेणी में 12 प्रतिशत बोलियां लगीं.
गोदावरी बायोरिफाइनरीज लिमिटेड ने निर्गम खुलने के पहले एंकर (बड़े) निवेशकों से 166 करोड़ रुपये जुटाए हैं.
आईपीओ में 325 करोड़ रुपये मूल्य के नए इक्विटी शेयर और प्रवर्तकों एवं एक निवेशक की तरफ से 230 करोड़ रुपये मूल्य तक के 65.27 लाख इक्विटी शेयरों की बिक्री पेशकश (ओएफएस) शामिल है. इस तरह आईपीओ का कुल आकार 555 करोड़ रुपये है.
गोदावरी बायोरिफाइनरीज आईपीओ का कब होगा अलॉटमेंट?
इश्यू के लिए प्राइस बैंड 334 रुपये से 352 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है. आईपीओ के लिए न्यूनतम लॉट साइज 42 शेयर और उसके गुणक हैं.
इस आईपीओ के लिए बोली 25 अक्टूबर तक लगायी जा सकती है. इसके बाद सोमवार 28 अक्टूबर को अलॉटमेंट किया जा सकता है, जबकि बुधवार 30 अक्टूबर को लिस्टिंग संभव है.
Godavari Biorefineries IPO GMP
रिपोर्ट्स के अनुसार, गोदावरी बायोरिफाइनरीज आईपीओ के लिए जीएमपी (Grey Market Premium) शून्य है.
ताजा शेयर बिक्री के माध्यम से जुटाई गई रकम का उपयोग कंपनी द्वारा कर्ज चुकाने के लिए किया जाएगा. जबकि शेष धनराशि का उपयोग सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएगा.
कंपनी के बारें में
गोदावरी बायोरिफाइनरीज का वित्तीय प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा है. कंपनी का मुनाफा 31 मार्च 2024 तक घटकर 12.30 करोड़ रुपये हो गया, जो एक साल पहले की इस अवधि में 19.64 करोड़ रुपये था. इस बीच, राजस्व भी 2,023.08 करोड़ रुपये से गिरकर 1,701.06 करोड़ रुपये हो गया.
महाराष्ट्र स्थित गोदावरी बायोरिफाइनरीज भारत में एथनॉल आधारित रसायनों के प्रमुख उत्पादकों में से एक है. इसके उत्पाद पोर्टफोलियो में जैव-आधारित रसायन, चीनी, एथनॉल के विभिन्न ग्रेड और बिजली शामिल हैं.
इन उत्पादों का उपयोग खाद्य और पेय पदार्थ, फार्मास्यूटिकल्स, स्वाद और सुगंध, बिजली, ईंधन, पर्सनल केयर और कॉस्मेटिक जैसी इंडस्ट्री में किया जाता है.
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्यों के लिए है और इसे वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए. पाठकों को सलाह दी जाती है कि वे अपने वित्तीय निर्णय लेने से पहले स्वतंत्र पेशेवर सलाह लें. लेखक और प्रकाशक इस जानकारी के आधार पर किए गए किसी भी निर्णय या कार्य के लिए जिम्मेदार नहीं होंगे. सभी निवेश जोखिमों के अधीन होते हैं और पाठकों को सावधानी से विचार करने की सलाह दी जाती है.