Uttar Pradesh: असदुद्दीन ओवैसी को सीएम योगी आदित्यनाथ की चेतावनी- CAA पर भावनाओं को भड़काने की कोशिश न करें
असदुद्दीन ओवैसी व सीएम योगी (Photo Credits PTI)

लखनऊ/कानपुर: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने मंगलवार को फिर से ‘‘अब्बाजान’’ शब्द का इस्तेमाल एक कटाक्ष के रूप में किया और चेतावनी दी कि यदि संशोधित नागरिकता कानून (CAA) को लेकर राज्य में माहौल खराब किया गया तो सरकार सख्ती से निपटेगी. मुख्‍यमंत्री योगी ने ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) पर निशाना साधते हुए उन पर समाजवादी पार्टी (SP) के एजेंट के रूप में काम करने का आरोप लगाया. Uttar Pradesh: बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने लखनऊ में यूपी BJP कोर समिति की बैठक की अध्यक्षता की

कानपुर के निराला नगर के रेलवे मैदान में कानपुर-बुंदेलखंड क्षेत्र के बूथ अध्यक्षों के सम्‍मेलन को संबोधित करते हुए योगी ने कहा, ''हर व्यक्ति जानता है कि ओवैसी सपा के एजेंट बनकर प्रदेश में भावनाओं को भड़काने का काम कर रहे हैं, लेकिन उत्तर प्रदेश इस दिशा में आगे बढ़ चुका है और अब दंगा मुक्त प्रदेश के रूप में उत्तर प्रदेश की पहचान है.''

उन्होंने कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश में 2017 से पहले हर तीसरे-चौथे दिन दंगे होते थे, आज यहां पर मैं उस व्यक्ति को चेतावनी दूंगा जो सीएए के नाम पर यहां फ‍िर से भावनाओं को भड़काने का कार्य कर रहा है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं इस अवसर पर ‘चचाजान’ और ‘अब्बाजान’ के इन अनुयायियों से कहूंगा कि वे सावधान होकर सुन लें, अगर प्रदेश की भावनाओं को भड़काकर माहौल खराब करोगे तो फिर सरकार सख्ती के साथ निपटना जानती है.''

योगी ने ‘गुंडाराज’ समाप्त करने और सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए दावा किया, ''संकट का साथी जब भाजपा है तो वोट पाने का अधिकारी भी भाजपा है.'' पिछले दिनों ओवैसी ने बाराबंकी की एक सभा को संबोधित करते हुए कहा था, ''हम मोदी जी (प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी) को बताना चाहेंगे, भाजपा को बताना चाहेंगे जिस तरह आपने किसानों के लिए ये तीन कानूनों को वापस लिया, हम आपसे इस बात की मांग करते हैं कि सीएए कानून को वापस लिया जाए.'' उन्होंने चेतावनी दी थी, ‘‘अगर भाजपा सरकार इस कानून को वापस नहीं लेती है, तो हम सड़कों पर उतर आएंगे और यहां (बाराबंकी में) एक और शाहीन बाग बन जाएगा.''

ओवैसी ने कहा था कि सीएए कानून वापस इसलिए लेना चाहिए कि यह संविधान के खिलाफ है. उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने मजहब की बुनियाद पर भारत के संविधान में समानता के अधिकार के खिलाफ कानून बनाया.

गौरतलब है कि पिछले साल सीएए के खिलाफ राष्ट्रीय राजधानी के शाहीन बाग इलाके में लंबा धरना प्रदर्शन किया गया था. सीएए का उद्देश्य उन प्रवासियों को भारतीय नागरिकता प्रदान करना है जो अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान से आए हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई हैं और जिन्होंने 31 दिसंबर 2014 को या उससे पहले भारत में प्रवेश किया है.

योगी ने अपने संबोधन में कहा, ''आजादी के बाद परिवारवादी सोच के लोगों ने, जातिवादी सोच के लोगों ने, वंशवादी सोच के लोगों ने न केवल सामाजिक ताने बाने को छिन्‍न-भिन्‍न किया बल्कि अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए इस क्षेत्र के विकास को भी बाधित करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी थी.’’ उन्होंने कोरोना काल में सरकार के प्रयासों की चर्चा करते हुए दावा किया कि आज उत्तर प्रदेश में कोविड रोधी टीकों की 15 करोड़ खुराक लगाई गई है.

राज्य के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने इस मौके पर कहा कि भाजपा का नारा ‘‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास है’’, वहीं सपा, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और कांग्रेस का नारा ‘‘कुछ का साथ, कुछ का विकास, गुंडा माफिया का विकास, अपराधियों का साथ और परिवार का विकास है.''

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