देहरादून: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उत्तराखंड में उनके समकक्ष त्रिवेंद्र सिंह रावत ने रविवार को शिव के धाम केदारनाथ के दर्शन किए और वहां चल रहे पुनर्निमाण कार्यों का जायजा लिया. बाबा केदार के दर्शन करने के उपरांत योगी ने वर्ष 2013 की त्रासदी के बाद किए जा रहे पुनर्निर्माण कार्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि इससे श्रद्धालुओं के विश्वास की बहाली के साथ ही भारत की अस्मिता, सांस्कृतिक केंद्रों और मानबिंदुओं की पुनर्स्थापना भी हुई है.
उन्होंने कहा, 'यही आस्था भारत को भारत बनाने में मदद करती है.' योगी ने कहा कि वह उत्तर प्रदेश के लोगों की कुशलक्षेम और पूरे देश में शांति का वातावरण बना रहे, इसका निवेदन करने के लिए बाबा केदार के द्वार पर आए हैं.
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्ग दर्शन और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद सिंह रावत के नेतृत्व में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों की सराहना की और कहा कि वह कल बदरीनाथ धाम भी जाएंगे जहां वह उत्तर प्रदेश के एक यात्री या अतिथि विश्रामालय के निर्माण का शिलान्यास करेंगे.
उन्होंने कहा कि 11—12 वर्षों के बाद वह केदारनाथ धाम आये हैं और यहां आकर अपने को सौभाग्यशाली मानते हैं. गौरतलब है कि सोमवार सुबह केदारनाथ के कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे. बदरीनाथ के कपाट बृहस्पतिवार 19 नवंबर को बंद होंगे.
इससे पहले गढ़वाल के पुलिस महानिरीक्षक अभिनव कुमार ने बताया कि सोमवार तड़के भगवान शिव की विशेष पूजा अर्चना करने के बाद दोनों मुख्यमंत्री कल बदरीनाथ धाम जाएंगे और वहां दर्शन एवं पूजा अर्चना करेंगे. इससे पहले, योगी अपराहन यहां जॉलीग्रांट हवाई अडडा पहुंचे जहां उत्तराखंड के मुख्यमंत्री रावत ने उनका स्वागत किया.
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