देश की खबरें | योगी आदित्यनाथ ने दी सरदार वल्लभभाई पटेल की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि

लखनऊ, 15 दिसंबर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देश के पहले उप प्रधानमंत्री व गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल की पुण्यतिथि पर रविवार को उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि उनके योगदान ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ के निर्माण हेतु सदैव प्रेरित करते रहेंगे।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल वर्तमान भारत के शिल्पी थे और उनका पूरा जीवन राष्ट्र व भारत मां के चरणों में समर्पित था।

मुख्यमंत्री रविवार को भारत रत्न लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की पुण्यतिथि पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में शामिल हुए। उन्होंने सरदार पटेल की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की।

एक आधिकारिक बयान के अनुसार अपने संबोधन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि “सरदार पटेल ने अग्रिम पंक्ति में खड़े होकर देश की आजादी के आंदोलन को नई दिशा देने के लिए तत्कालीन नेतृत्व के साथ बढ़-चढ़कर भाग लिया।”

उन्होंने कहा “गुजरात के आणंद के पास छोटे गांव में सामान्य किसान परिवार में उनका जन्म हुआ। प्रारंभिक शिक्षा भी मां के सानिध्य में घर पर संपन्न हुई। इंग्लैंड से लॉ की शिक्षा प्राप्त करने के बाद वे भारत आए।”

मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी संकल्पनाओं को मूर्त रूप देने के लिए जो अभियान जारी है, वह एक भारत-श्रेष्ठ भारत की प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी की परिकल्पना को साकार करेगा।

योगी ने कहा कि सरदार पटेल ने चंपारण आंदोलन, सत्याग्रह, भारत छोड़ो आंदोलन समेत आजादी से जुड़े सभी महत्वपूर्ण आंदोलनों में भाग लिया। भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान उन्हें जेल की यातना भी झेलनी पड़ी थी। सरदार पटेल ने अन्नदाता किसानों की समृद्धि व उत्थान के लिए जनजागरण के अनेक अभियान भी चलाए।

योगी ने कहा कि एक तरफ भारत मां के इस महान सपूत ने देश के एकीकरण के लिए अभियान को आगे बढ़ाया तो दूसरी तरफ गुलामी के कालखंड में जिन मान बिंदुओं का अपमान हुआ था, उनकी पुनर्स्थापना का भी कार्यक्रम सुचारू रूप से संपन्न कराया।

उन्होंने सरदार पटेल के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि सोमनाथ मंदिर के पुनरुद्धार को हाथों में लेकर सांस्कृतिक भारत की स्थापना का जो अभियान चलाया था, उसी का परिणाम है कि सरदार पटेल के प्रति श्रद्धा व कृतज्ञता व्यक्त करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में नया भारत पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रहा है

योगी ने कहा, ‘‘ सरदार पटेल होते तो कश्मीर में धारा-370 कभी लागू नहीं हो पाती। छद्म रूप से जिन लोगों ने धारा-370 को डालकर ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ के मार्ग में अवरोध पैदा किया, उसे प्रधानमंत्री मोदी ने पांच अगस्त 2019 को हटाकर आतंकवाद की नींव को समाप्त कर दिया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर भी नए सांस्कृतिक भारत का अभिन्न हिस्सा है, जिसकी शुरुआत 1948 में लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल ने सोमनाथ मंदिर से किया था।

इसके पहले मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर अपने संदेश में कहा ‘‘आधुनिक भारत के शिल्पकार, किसान हितचिंतक, लौह पुरुष 'भारत रत्न' सरदार वल्लभ भाई पटेल जी की पुण्यतिथि पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि!’’

योगी ने कहा, ‘‘राष्ट्र की एकता, अखंडता और संप्रभुता को विराट स्वरूप प्रदान करने में उनके योगदान 'एक भारत-श्रेष्ठ भारत' के निर्माण हेतु सदैव प्रेरित करते रहेंगे।’’

पटेल का जन्म 31 अक्टूबर 1875 को गुजरात के खेड़ा जिले में एक किसान परिवार में हुआ था। भारत रत्न से सम्मानित सरदार पटेल ने 15 दिसंबर 1950 को अंतिम सांस ली।

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