पटना, 27 जून बिहार विधानमंडल के संक्षिप्त मानसून सत्र के दूसरे दिन सोमवार को अग्निपथ योजना को वापस लेने की मांग और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ विपक्षी सदस्यों की नारेबाजी और हंगामे के कारण दोनों सदनों में कार्य बाधित हुआ ।
बिहार विधानसभा में राजद नेतृत्व वाले विपक्ष को बार-बार समझाने की कोशिशों का कोई असर नहीं होने पर अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा को सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी ।
सोमवार को सुबह 11 बजे बिहार विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने के आधे घंटे के भीतर विपक्ष को हंगामे के कारण अध्यक्ष को सदन कार्यवाही भोजनावकाश तक के लिए स्थगित करनी पडी थी ।
भोजनावकाश के बाद दो बजे सदन की कार्यवाही पुनः शुरू होने पर विपक्ष ने हंगामा जारी रखा तो अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही एकबार फिर स्थगित कर दी । बाद में 2.45 बजे कार्यवाही सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू हुयी तो हंगामे के कारण अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही मंगलवार तक के लिए स्थगित कर दी।
सशस्त्र बलों में भर्ती की नई योजना को वापस लेने की मांग को लेकर बिहार विधानसभा में राजद के मुख्य सचेतक ललित यादव और कांग्रेस विधायक दल के नेता अजीत शर्मा अलग-अलग कार्यस्थगन प्रस्ताव लाए थे।
विपक्षी सदस्यों के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी सहित केंद्र में राजग सरकार के खिलाफ नारे लगाने पर सत्तापक्ष विशेष रूप से भाजपा के सदस्यों से तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की गयी और उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कड़ी नाराजगी जतायी ।
बिहार विधान परिषद में भी इसी प्रकार का दृश्य देखने को मिला जब सदन की कार्यवाही शुरू होने पर विपक्षी सदस्यों ने अग्निपथ योजना को लेकर हंगामा किया। इस पर कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह ने विपक्षी सदस्यों को यह आश्वासन दिया कि मामले को सदन की कार्य मंत्रणा समिति को भेजा जाएगा, तो विपक्षी सदस्य शांत हो गए ।
भोजनावकाश के बाद विपक्षी सदस्यों के इस मुद्दे को लेकर दोबारा हंगामा किया इस पर सभापति को सदन की कार्यवाही मंगलवार तक के लिए स्थगित कर देनी पड़ी।
अनवर
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