मुंबई, 21 अगस्त उपनगरीय ट्रेन में एक महिला को क्यूआर कोड वाले फर्जी पहचान पत्र के साथ यात्रा करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
सरकारी रेलवे पुलिस (जीआरपी) ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
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उन्होंने बताया कि पालघर जिले के नालासोपारा की रहने वाली महिला को पश्चिम रेलवे के बोरिवली स्टेशन से बृहस्पतिवार को पकड़ा गया।
जीआरपी के अनुसार महिला दक्षिण मुंबई के मरीन लाइन्स में इलेक्ट्रॉनिक्स की एक दुकान में काम करती है और उसके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
दरअसल कोरोना वायरस संक्रमण के कारण वर्तमान में केवल आपात एवं आवश्यक सेवा के कर्मचारियों तथा कुछ अन्य लोगों को ही उपनगरीय ट्रेनों में यात्रा करने की अनुमति है। उपनगरीय ट्रेनों में जिन लोगों को यात्रा की मंजूरी मिली है उन्हें महाराष्ट्र सरकार ने क्यूआर कोड वाले नए पहचान पत्र जारी किए हैं। इसका मकसद केवल यह सुनिश्चित करना है कि लॉकडाउन के दौरान इस सेवा का इस्तेमाल केवल निर्दिष्ट यात्री ही कर सकें।
जीआरपी ने बताया कि महिला के पास 19 जुलाई से 18 अगस्त तक की अवधि के लिए विरार और चर्चगेट के बीच का वैध मासिक टिकट था।
उसने बताया कि जब टिकट निरीक्षक ने बोरिवली स्टेशन पर उसका पहचान पत्र देखा, तो वह नकली पाया गया।
जीआरपी ने कहा कि यह पहचान पत्र रेलवे में बृहन्मुंबई महानगर पालिका के एक कर्मचारी के नाम पर दर्ज था। जब टिकट निरीक्षक ने इसका क्यूआर कोड स्कैन किया तो यह सही नहीं पाया गया।
इसके बाद रेलवे कर्मचारी ने उसे जीआरपी के हवाले कर दिया।
जीआरपी ने कहा कि वह पता लगा रही है कि महिला को फर्जी पहचान पत्र कैसे मिला।
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