देश की खबरें | इसरो के सहयोग से अस्पताल महत्वपूर्ण विभागों में सेवाओं की गुणवत्ता में करेंगे सुधार

बेंगलुरु, 25 मई देश के कुछ अस्पताल भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की बदौलत आपातकालीन देखभाल और महत्वपूर्ण देखभाल विभागों में अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी का लाभ उठाकर अपनी सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए तैयार हैं।

स्वास्थ्य सेवा से जुड़े कई संगठनों ने 2016 में इसरो से संपर्क किया ताकि वे अपने गुणवत्ता क्षेत्र में सर्वोत्तम प्रथाओं को सीख सकें और उन्हें ‘‘मृत्यु दर को कम करने के लिए’’ अपने आपातकालीन देखभाल और महत्वपूर्ण देखभाल विभागों में लागू कर सकें।

इसरो के अनुसार इन संगठनों में एसोसिएशन ऑफ हेल्थकेयर प्रोवाइडर्स इंडिया (एएचपीआई), इंडियन सोसाइटी ऑफ क्रिटिकल केयर मेडिसिन (आईएससीसीएम), सोसाइटी फॉर इमरजेंसी मेडिसिन इंडिया (एसईएमआई) और कंसोर्टियम ऑफ एक्रेडिटेड हेल्थकेयर ऑर्गेनाइजेशन (सीएएचओ) शामिल हैं।

बेंगलुरु मुख्यालय वाले इसरो ने मंगलवार को एक बयान में कहा, ‘‘यह खुशी की बात है कि इसरो से मिली सीख के आधार पर डॉ. मेहता अस्पताल, चेन्नई और नारायण हेल्थ सिटी, बेंगलुरु में किए गए प्रायोगिक अध्ययनों के सकारात्मक परिणाम मिले हैं।’’

इसरो से इस तरह के ज्ञान-हस्तांतरण से व्यापक लाभ प्राप्त करने और इन विभागों में सेवाएं प्रदान करने के तरीके में और सुधार करने के लिए देश भर के 11 चयनित अस्पतालों में हेल्थ-क्वेस्ट (अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के माध्यम से गुणवत्ता बेहतरी का कार्यक्रम) अध्ययनों को लागू करने की योजना है।

इसरो ने चयनित किए गए अस्पतालों के नाम नहीं बताए। बयान में कहा गया, ‘‘स्वास्थ्य देखभाल क्षेत्र के पेशेवरों ने इसरो द्वारा विकसित चिकित्सा उपकरणों के बारे में और यह जानने में भी दिलचस्पी दिखाई है कि इसरो मानव अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रमों में मानव, मशीन, पर्यावरण संबंधी विषयों पर किस तरह काम कर रहा है।’’

इस संदर्भ में, गुणवत्ता विश्वसनीयता और सुरक्षा निदेशालय (डीएसआरक्यू), इसरो, बृहस्पतिवार को यहां अपने मुख्यालय में ‘हेल्थ-क्वेस्ट’ कार्यक्रम आयोजित करने की योजना बना रहा है।

बयान में कहा गया कि अंतरिक्ष विभाग में सचिव और इसरो के अध्यक्ष सोमनाथ एस. एक कार्यक्रम को संबोधित करेंगे, जहां इसरो के विशेषज्ञों और देश भर के प्रख्यात डॉक्टरों का एक मंथन सत्र आयोजित करने की योजना है।

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