पणजी, 20 जुलाई : केंद्रीय बंदरगाह राज्य मंत्री श्रीपद नाइक (Shripad Naik) ने गोवा फॉरवर्ड पार्टी (जीएफपी) प्रमुख विजय सरदेसाई को लिखे एक पत्र में कहा कि वह गोवा को कथित रूप से ‘कोयला केंद्र’ बनाए जाने के मामले का संज्ञान लेंगे और राज्य के हित में फैसला करेंगे. सरदेसाई ने 18 जुलाई को नाइक को लिखे पत्र में आरोप लगाया था कि गोवा ‘‘कोयला ढुलाई केंद्र में तब्दील होने के बढ़ते खतरे’’ का सामना कर रहा है, जिसका राज्य एवं उसके नागरिकों को कोई लाभ नहीं है.
उन्होंने दावा किया कि यह राज्य की पारिस्थितिकी और पर्यावरण के लिए आपदा का कारण बनेगा. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि मोरमुगांव पत्तन न्यास (एमपीटी) प्रमुख बंदरगाह प्राधिकरण अधिनियम-2021 का उपयोग "लगभग पूरे समुद्र तट और सभी नदी तटों को हथियाने" के लिए कर रहा है.’’ यह भी पढ़ें : Norovirus Outbreak: नोरोवायरस क्या है? जानें इसके प्रसार, लक्षण और उपचार के बारे में सबकुछ
उत्तरी गोवा से भाजपा सांसद नाइक ने इसके जवाब में कहा कि वह सरदेसाई द्वारा उठाए गए मामले की समीक्षा करेंगे और राज्य के हित में फैसला करेंगे.