मांड्या (कर्नाटक), आठ नवंबर कर्नाटक में सत्तारूढ़ कांग्रेस पर निशाना साधते हुए जद (एस) संरक्षक एवं पूर्व प्रधानमंत्री एच. डी. देवेगौड़ा ने शुक्रवार को कहा कि जब तक यह सरकार नहीं हट जाती, वह चैन से नहीं बैठेंगे। उन्होंने दोहराया कि वह अंतिम सांस तक राजनीति में सक्रिय रहेंगे।
देवेगौड़ा ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनके नेतृत्व की प्रशंसा की और ‘इंडिया’ गठबंधन के नेताओं पर निशाना साधा।
उन्होंने कांग्रेस की कर्नाटक इकाई के प्रमुख एवं उपमुख्यमंत्री डी. के. शिवकुमार पर भी हमला किया। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने अब तक हजारों बार कहा है कि जब तक मेरी जिंदगी की आखिरी सांस बची है, मैं राजनीति में संघर्ष करता रहूंगा। मैंने कभी नहीं कहा कि मैं राजनीति से संन्यास ले लूंगा।’’
उन्होंने यहां पत्रकारों से कहा कि वह सिर्फ चुनाव प्रचार नहीं कर रहे हैं बल्कि ‘‘राजनीतिक लड़ाई में भी हिस्सा ले रहे हैं’’ क्योंकि उनके पोते निखिल कुमारस्वामी चन्नपटना से चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मैं अगले चुनाव में भी पार्टी उम्मीदवारों के लिए प्रचार करूंगा।’’
चन्नपटना विधानसभा क्षेत्र में 13 नवंबर को उपचुनाव होगा।
देवेगौड़ा ने शिवकुमार पर आरोप लगाया कि उन्होंने इस साल की शुरुआत में हुए लोकसभा चुनाव में धनबल का इस्तेमाल कर उनके बेटे एवं केंद्रीय मंत्री एच. डी. कुमारस्वामी को मांड्या में हराने की कोशिश की थी।
कर्नाटक महर्षि वाल्मीकि अनुसूचित जनजाति विकास निगम घोटाले की ओर संकेत करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि वाल्मीकि समुदाय का पैसा कर्नाटक की कांग्रेस सरकार द्वारा तेलंगाना विधानसभा चुनाव के लिए इस्तेमाल किया गया।
उन्होंने कहा, ‘‘जब तक ये सरकार नहीं हट जाती (मैं लड़ूंगा)...मेरी उम्र 92 वर्ष है। ऐसा नहीं है कि मेरे पोते निखिल कुमारस्वामी के जीतने के बाद मैं घर पर सो जाऊंगा। नहीं! मैंने अपने 62 साल के राजनीतिक जीवन में ऐसी सरकार नहीं देखी...हमें इस राज्य को बचाना है और मैं इसके लिए अपनी ओर से पूरी कोशिश करुंगा।’’
देवेगौड़ा की टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया देते हुए शिवकुमार ने रामनगर में संवाददाताओं से कहा, ‘‘कुमारस्वामी पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व प्रधानमंत्री के बेटे हैं, जबकि मैं एक गरीब किसान का बेटा हूं। मेरे और कुमारस्वामी के बीच तुलना नहीं की जा सकती।’’
सरकार को हटाने संबंधी देवेगौड़ा की टिप्पणी पर शिवकुमार ने कहा, ‘‘यह कोई मूंगफली का पौधा नहीं है जिसे आसानी से हटाया जा सके...यह 136 विधायकों वाली एक मजबूत सरकार है जिसे जनता ने लोकतांत्रिक तरीके से चुना है।’’
देवेगौड़ा ने कहा कि क्षेत्रीय पार्टी जनता दल (सेक्युलर) राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में इसलिए शामिल हुई क्योंकि ‘इंडिया’ गठबंधन में एक भी ऐसा नेता नहीं है जो प्रधानमंत्री मोदी के ‘‘समकक्ष’’ हो।
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