हैदराबाद, पांच अक्टूबर पाकिस्तान एकदिवसीय विश्व कप में शुक्रवार को जब यहां नीदरलैंड के खिलाफ अपने अभियान की शुरुआत करेगा तो उसे अपनी खामियों को दूर करने और स्टार खिलाड़ियों के फॉर्म में लौटने की उम्मीद होगी।
एशिया कप के फाइनल में जगह बनाने में नाकाम रहने और दोनों अभ्यास मैचों में शिकस्त के बाद पाकिस्तान को अगर एकदिवसीय क्रिकेट की इस शीर्ष प्रतियोगिता में नॉकआउट तक जाना है तो अपने खेल में सुधार करना होगा।
पाकिस्तान की समस्या शीर्ष क्रम के साथ शुरू हो जाती है। उसकी सलामी जोड़ी काफी प्रभावी नहीं लग रही। इमाम उल हक का एकदिवसीय क्रिकेट में औसत 50 से अधिक है लेकिन भारत में सपाट पिचों पर उन्हें 82 के स्ट्राइक रेट से बेहतर गति से रन बनाने होंगे।
इमाम के नीदरलैंड के खिलाफ पारी का आगाज करने की उम्मीद है लेकिन टीम को खराब फॉर्म से जूझ रहे फखर जमां और अब्दुल्ला शफीक में से एक को उनके जोड़ीदार के रूप में चुनना होगा।
तीसरे और चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करने वाले कप्तान बाबर आजम और मोहम्मद रिजवान की शानदार फॉर्म पाकिस्तान के लिए सकारात्मक चीज है।
इफ्तिखार अहमद भी रन बना रहे हैं लेकिन देखना होगा कि अलमान आगा को मध्यक्रम में जगह मिलती है या नहीं।
अगर अभ्यास मैचों पर गौर करें तो शुक्रवार को होने वाले मैच में काफी रन बनने की उम्मीद है और गेंदबाजों के पास गलती की गुंजाइश नहीं होगी।
पाकिस्तान के खिलाड़ी अन्य देशों के खिलाड़ियों की तरह आईपीएल में नहीं खेलते और ऐसे में टीम के लिए भारत की विविधता भरी परिस्थितियों से सामंजस्य बैठाना आसान नहीं होगा।
बाबर ने कहा, ‘‘बाउंड्री छोटी हैं। गेंदबाजों के लिए गलती की कोई गुंजाइश नहीं है। अगर गेंदबाजी थोड़ी भी खराब होती है तो बल्लेबाज उसका फायदा उठाता है। इसलिए बड़े स्कोर बनेंगे। आपको उसके अनुसार खेलना होगा।’’
चोटिल नसीम शाह की अनुपस्थिति में न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अभ्यास मैचों में पाकिस्तान के गेंदबाज अधिक प्रभावी नहीं दिखे। उप-कप्तान शादाब खान एशिया कप से संघर्ष कर रहे हैं और पहले मैच में उन पर दबाव होगा। साथी लेग स्पिनर उसामा मीर से उन्हें कड़ी टक्कर मिल रही है और ऐसी संभावना है कि दोनों नीदरलैंड के खिलाफ खेल सकते हैं।
नसीम की अनुपस्थिति में अनुभवी हसन अली के सामने उनकी जगह लेने की बड़ी चुनौती होगी क्योंकि वह शाहीन अफरीदी के साथ गेंदबाजी की शुरुआत करेंगे।
अगर पाकिस्तान को प्रतियोगिता में आगे बढ़ना है तो ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ नौ ओवरों में 97 रन लुटाने वाले हारिस राऊफ को भी अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा।
पाकिस्तान को अपने क्षेत्ररक्षण में भी सुधार करना होगा।
प्रतियोगिता में एकमात्र एसोसिएट टीम नीदरलैंड को हल्के में नहीं लिया जा सकता। टीम 2011 के बाद अपना पहला एकदिवसीय विश्व कप खेल रही है। टीम को तैयारी का पर्याप्त मौका नहीं मिला है क्योंकि उनके दोनों अभ्यास मैच बारिश से प्रभावित हुए थे। नीदरलैंड ने पिछली बार जुलाई में क्वालीफायर में एकदिवसीय मैच खेला था जब वे वेस्ट इंडीज और एक अन्य पूर्ण सदस्य आयरलैंड से आगे रहे थे।
वेस्ली बारेसी वर्तमान टीम में एकमात्र खिलाड़ी हैं जो 2011 विश्व कप में खेले थे। दक्षिण अफ्रीका के बाएं हाथ के पूर्व स्पिनर 38 वर्षीय रोलोफ वान डेर मर्व टीम के एक अन्य प्रमुख सदस्य हैं।
मध्यक्रम में टीम रनों के लिए आंध्र में जन्मे तेजा निदामानुरू पर निर्भर होगी।
विश्व कप में खेल चुके टिम डि लीडे के बेटे ऑलराउंडर बास डी लीडे से नीदरलैंड को काफी उम्मीदें होंगी। उन्होंने क्वालीफायर में स्कॉटलैंड के खिलाफ 92 गेंदों में 123 रन की पारी खेलकर नीदरलैंड को विश्व कप में जगह दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी।
टीमें इस प्रकार हैं:
नीदरलैंड: स्कॉट एडवर्ड्स (कप्तान), मैक्स ओडोड, बास डी लीडे, विक्रम सिंह, तेजा निदामानुरू, पॉल वैन मीकेरेन, कॉलिन एकरमैन, रोलोफ वान डेर मर्व, लोगान वैन बीक, आर्यन दत्त, रेयान क्लेन, वेस्ली बारेसी, साकिब जुल्फिकार , शारिज अहमद और साइब्रांड एंजेलब्रेक्ट।
पाकिस्तान: बाबर आजम (कप्तान), शादाब खान, फखर जमां, इमाम उल -हक, अब्दुल्ला शफीक, मोहम्मद रिजवान, सऊद शकील, इफ्तिखार अहमद, सलमान अली आगा, मोहम्मद नवाज, उसामा मीर, हारिस राऊफ, हसन अली, शाहीन अफरीदी, मोहम्मद वसीम।
समय: मैच दोपहर दो बजे शुरू होगा।
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