नयी दिल्ली, 10 अगस्त: मणिपुर में शांति बहाली के लिए सभी से मिलकर काम करने और वहां के लोगों के लिए ‘दर्द की दवा’ बनने का आग्रह करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को कहा कि देश का पूर्वोत्तर क्षेत्र वैश्विक दृष्टि से ‘‘केद्र बिंदु’’ बनने वाला है. उन्होंने कहा, ‘‘मैं मणिपुर के लोगों से आग्रह पूर्वक कहना चाहता हूं कि देश आपके साथ है. वहां फिर से शांति की स्थापना होगी.’’ उन्होंने कहा कि मणिपुर में पहले भी गंभीर समस्याएं सामने आई हैं, लेकिन मिलकर रास्ते निकाले गये हैं. मणिपुर में शांति का सूरज जरूर उगेगा, दोषियों को मिलेगी सजा- लोकसभा में बोले पीएम मोदी.
लोकसभा में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘‘हमारे लिए उत्तर पूर्व भले ही दूर लगता है, लेकिन जिस प्रकार से दक्षिण पूर्व एशिया देशों का विकास हो रहा है, आसियान देशों का विकास हो रहा है. वह दिन दूर नहीं जब उत्तर पूर्व वैश्विक दृष्टि से केद्र बिंदु बनने वाला है.’’
उन्होंने कहा, ‘‘आओ मिलकर चलें, मणिपुर के लोगों को विश्वास में लेकर चले. राजनीति के खेल के लिए तो कम से कम मणिपुर की भूमि का इस्तेमाल नहीं करें. वहां जो हुआ वो दुखपूर्ण है किंतु वहां जो हुआ, उस दर्द को समझ कर दर्द की दवाई बनकर काम करें. यही हमारा रास्ता होना चाहिए.’’
मणिपुर में गत तीन मई से जारी अशांति की स्थिति समाप्त होने और जल्द शांति बहाल होने का विश्वास जताते हुए मोदी ने कहा, ‘‘मैं देशवासियों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि निकट भविष्य में इस प्रदेश में शांति का सूरज उगेगा और वह नए आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ेगा.’’
उन्होंने कहा, ‘‘मणिपुर पर अदालत का एक फैसला आया. उसके पक्ष- विपक्ष में जो परिस्थितियां बनीं, हिंसा का दौर शुरू हो गया. कई लोगों ने अपने लोगों को खोया. महिलाओं के साथ गंभीर अपराध हुए. ये अपराध अक्षम्य हैं. दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलवाने के लिए केंद्र और राज्य सरकार मिलकर भरपूर प्रयास कर रही हैं.’’
मोदी ने कहा, ‘‘वहां की माताओं-बहनों, बेटियों से कहना चाहता हूं कि देश आपके साथ है, यह सदन आपके साथ है, हम सब मिलकर इस चुनौती का समाधान निकालेंगे. वहां फिर से शांति की स्थापना होगी.’’
प्रधानमंत्री ने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को सदन में मणिपुर के मुद्दे पर विस्तार से और विनम्रता से एक-एक बात को समझाया जिससे देशवासियों के सामने स्थिति स्पष्ट हुई. उन्होंने कहा कि आज मणिपुर की समस्याओं को ऐसे प्रस्तुत किया जा रहा है जैसे बीते कुछ समय में ही वहां यह परिस्थिति बनी.
उन्होंने मणिपुर समेत उत्तर-पूर्व के राज्यों में वर्षों से व्याप्त विभिन्न समस्याओं के लिए कांग्रेस और उसके शासन वाली पूर्ववर्ती सरकारों को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि पूर्वोत्तर में समस्याओं की एकमात्र जननी कांग्रेस है. उन्होंने कहा कि वहां के लोग इसके लिए जिम्मेदार नहीं हैं, कांग्रेस की राजनीति इसके लिए जिम्मेदार है. उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने उत्तर-पूर्व में वहां के लोगों के विश्वास की हत्या की है.
उन्होंने कहा, ‘‘हमारे लिए पूर्वोत्तर जिगर का टुकड़ा है. उत्तर पूर्व से मेरा भावनात्मक लगाव रहा है. जब मैं राजनीति में नहीं था, तब भी मैंने इस क्षेत्र के चप्पे चप्पे में पैर घिसे हैं.’’ उन्होंने कांग्रेस समेत विपक्षी दलों को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि इनकी पीड़ा, इनकी संवेदना सीमित है. मोदी ने कहा, ‘‘ये राजनीति के दायरे से बाहर आकर मानवता और देश के लिए नहीं सोच सकते. इन्हें सिर्फ राजनीति सूझती है.’’
मोदी ने कहा, ‘‘ये वो लोग हैं जिन्होंने तुष्टीकरण की राजनीति के लिए देश के ही नहीं, वंदे मातरम गीत के भी टुकड़े किए.’’ उन्होंने कहा कि राम मनोहर लोहिया ने पंडित जवाहरलाल नेहरू पर गंभीर आरोप लगाये थे और कहा था, ‘‘ये कितनी लापरवाही की और कितनी खतरनाक बात है. 30,000 वर्ग मील से बड़े क्षेत्र को कोल्ड स्टोरेज में बंद कर विकास से वंचित कर दिया गया है.’’
उन्होंने कहा कि मणिपुर में आज जो सरकार है वह पिछले छह साल से समर्पित तरीके से वहां की समसस्याओं को समाप्त करने के लिए काम कर रही है. मोदी ने कहा कि पहले मणिपुर में आए दिन बंद और ब्लॉकेड होते थे, लेकिन अब ये बीते दिन की बात हो चुकी है. मोदी ने कहा कि भारतीय संस्कारों से ओतप्रोत मणिपुर, अनगिनत बलिदान देने वाला मणिपुर कांग्रेस के समय अलगाववाद की आग में बलि चढ़ गया.
उन्होंने कहा कि मणिपुर में शांति बहाली के लिए निरंतन विश्वास जगाने का प्रयास हो रहा है, आगे भी होगा. मोदी ने कहा कि जितना राजनीति को दूर रखेंगे, उतनी शांति आएगी. प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘मैं वोट के लिए यह काम नहीं कर रहा. मैं पूरी ताकत से उत्तर पूर्व के विकास के लिए काम कर रहा हूं.’’
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने उत्तर पूर्व के विकास को पहली प्राथमिकता दी है और पिछले नौ वर्ष में वहां लाखों करोड़ रुपये अवसंरचना में लगाये गये हैं. मोदी ने कहा कि उत्तर पूर्व में आज आधुनिक रेलवे, आधुनिक राजमार्ग और आधुनिक विमान पत्तन वहां की पहचान हैं. उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्रिमंडल में उत्तर पूर्व की भागीदारी बढ़ी है, नगालैंड से पहली बार राज्यसभा में एक महिला सदस्य आई हैं और पहली बार इतनी बड़ी संख्या में उत्तर पूर्व के लोगों को पद्म पुरस्कार प्रदान किये गये हैं.
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)