नई दिल्ली: कांग्रेस (Congress) ने बैंकों के 22,842 करोड़ रुपये से अधिक की कथित धोखाधड़ी मामले में एबीजी शिपयार्ड (ABG Shipyard) लिमिटेड के खिलाफ मामला दर्ज होने की पृष्टभूमि में बृहस्पतिवार को सरकार पर निशाना साधा और सवाल किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) एवं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) इस मामले पर चुप क्यों हैं. पार्टी प्रवक्ता गौरव वल्लभ (Gaurav Vallabh) ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मोदी सरकार (Modi Government) में 22,842 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी बैंकों से की गई. पांच साल के बाद सीबीआई (CBI) ने आखिरकार प्राथमिकी दर्ज की.’’ ABG Shipyard Scam: यूपीए सरकार के समय हुआ था एबीजी शिपयार्ड घोटाला, भाजपा ने कांग्रेस पर किया पलटवार
उन्होंने दावा किया, ‘‘एबीजी शिपायर्ड का मालिक ऋषि अग्रवाल हमेशा से ‘वाइब्रेंट गुजरात’ सम्मेलन में बतौर निवेशक शामिल होता था और 2013 में गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ आधिकारिक शिष्टमंडल में दक्षिण कोरिया भी गया था.’’
उन्होंने आरोप लगाया कि अदालत ने अग्रवाल से 13975 करोड़ रुपये वसूली किए जाने का आदेश दिया, लेकिन सरकार ने कोई कदम नहीं उठाया. उनके मुताबिक, इसके बाद 31 मार्च, 2016 को ऋषि अग्रवाल ने खुलासा किया था कि उसके पास 2.66 लाख करोड़ रुपये की चल-अचल संपत्ति है तथा उसने बैंकों से 1925 करोड़ रुपये का कर्ज लिया है.
वल्लभ ने सवाल किया, ‘‘प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री धोखाधड़ी के इस मामले पर खामोश क्यों हैं? इस मामले में कदम उठाने में पांच साल का समय क्यों लगा? ऋषि अग्रवाल कहां है? उसकी अब तक की गिरफ्तारी क्यों नहीं की गई? वह विदेश कैसे गया? दोहरी नागरिकता हासिल करने में उसकी किसने मदद की?’’
गौरतलब है कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बैंकों के समूह के साथ 22,842 करोड़ रुपये से अधिक की कथित धोखाधड़ी मामले में एबीजी शिपयार्ड लिमिटेड तथा उसके पूर्व प्रवर्तकों के साथ अन्य के खिलाफ मनी लांड्रिंग का आपराधिक मामला दर्ज किया है. आधिकारिक सूत्रों ने बुधवार को यह जानकारी दी. केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के कथित तौर पर देश के सबसे बड़े बैंक ऋण धोखाधड़ी मामले में प्राथमिकी दर्ज करने के बाद यह कदम उठाया गया है.
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