नयी दिल्ली, 21 अक्टूबर भारत ने सोमवार को कहा कि वह ब्रिक्स के लिए महत्वपूर्ण है और उसके योगदान ने आर्थिक विकास एवं वैश्विक शासन सुधार जैसे क्षेत्रों में समूह के प्रयासों को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
विदेश सचिव विक्रम मिस्री की यह टिप्पणी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की 16वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए रूस के शहर कज़ान की यात्रा से एक दिन पहले आई है।
मिस्री ने कहा, ‘‘भारत ब्रिक्स के लिए बहुत महत्वपूर्ण है और इसके योगदान ने आर्थिक विकास, सतत विकास और वैश्विक शासन सुधार जैसे क्षेत्रों में ब्रिक्स के प्रयासों को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।’’
पिछले वर्ष विस्तार के बाद यह समूह का पहला शिखर सम्मेलन होगा।
शिखर सम्मेलन मंगलवार को शुरू होगा और विचार-विमर्श का मुख्य दिन बुधवार होगा।
मिस्री ने कहा, ‘‘हम ब्रिक्स के भीतर अपनी भागीदारी और गतिविधियों को बहुत महत्व देते हैं, क्योंकि हम इसे वैश्विक बहुध्रुवीयता की प्रमुख अभिव्यक्ति के रूप में देखते हैं।’’
विदेश सचिव ने कहा कि यह समूह वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में भी कार्य करता है, साथ ही एक अधिक निष्पक्ष, अधिक विशिष्ट और खुली अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था को आकार देने में भी योगदान देता है।
उन्होंने कहा, ‘‘नेताओं द्वारा कज़ान घोषणापत्र को भी अपनाने की उम्मीद है, जो ब्रिक्स के लिए आगे का मार्ग प्रशस्त करेगा।’’
उम्मीद है कि मोदी ब्रिक्स सदस्य देशों के अपने कई समकक्षों और कज़ान में आमंत्रित नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें करेंगे।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)