नेतन्याहू की इस घोषणा के साथ ही उन्होंने एक प्रकार से संकेत दिया कि वह युद्ध के कारण आम नागरिकों की मौत के बढ़ते आंकड़ों, खाद्य सामग्री की घोर कमी और बड़े पैमाने पर लोगों के विस्थापन के बीच युद्धविराम की अंतरराष्ट्रीय मांग को नहीं मानेंगे. इजराइली प्रधानमंत्री ने अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन को निरंतर समर्थन देने के लिए उसका आभार व्यक्त किया. बाइडन प्रशासन ने इस महीने दूसरी बार इजराइल को आपात हालात में हथियारों की बिक्री को मंजूरी दी और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के उस प्रस्ताव पर भी रोक लगाई जिसमें तत्काल युद्ध विराम की मांग की गई थी.
इजराइल का कहना है कि इस वक्त युद्ध समाप्त करना एक प्रकार से हमास की जीत होगी. वहीं बाइडन प्रशासन का भी यही मानना है हालांकि उसने इजराइल से ऐसे कदम उठाने का लगातार आग्रह किया है जिससे फलस्तीनी नागरिकों को नुकसान नहीं पहुंचे. नेतन्याहू ने शनिवार को टेलीविजन पर अपने संबोधन में कहा,‘‘ जैसा की चीफ ऑफ स्टाफ ने इस सप्ताह कहा था कि युद्ध अभी कई माह चलेगा. मेरी नीति स्पष्ट है. हम तब तक लड़ाई जारी रखेंगे जब तक हमें युद्ध के इच्छित परिणाम हासिल नहीं हो जाएं. इसमें पहला और सबसे जरूरी है हमास का सफाया और सभी बंधकों की रिहाई.’’ यह भी पढ़ें : Joe Root Childhood Batting Video: बचपन में बल्लेबाजी करते हुए जो रूट का क्लिप वायरल, फैंस ने वीडियो पर किया रियेक्ट
गाजा में हमास के कब्जे में अब भी 120 से अधिक बंधक हैं. हमास के चरमपंथियों ने सात अक्टूबर को इजराइल पर हमला करके 240 से अधिक लोगों को बंधक बना लिया था हालांकि बाद में एक समझौते के तहत हमास ने बड़ी संख्या में बंधकों को रिहा किया वहीं इजराइल ने उसकी जेलों में बंद फलस्तीन के लोगों को आजाद किया था. स्वास्थ्य मंत्रालय ने गाजा में शनिवार को कहा कि युद्ध शुरू होने के बाद से फलस्तीनी मृतकों की संख्या बढ़कर 21,672 हो गई है, जबकि इसी अवधि के दौरान 56,165 लोग घायल हुए हैं. मंत्रालय के प्रवक्ता अशरफ अल-किद्रा ने बताया कि पिछले 24 घंटे में 165 लोगों की मौत हो गई.