तोक्यो, 12 अगस्त (एपी) जापान के प्रधानमंत्री के एक प्रमुख चिकित्सा सलाहकार ने बृहस्पतिवार को कहा कि तोक्यो क्षेत्र में कोरोना वायरस से संक्रमण के बढ़ते मामले चिकित्सा व्यवस्था को बुरी तरह प्रभावित कर रहे हैं। उन्होंने सरकार से लोगों की गतिविधियों में व्यापक कमी लाने के लिए कड़े कदम उठाने का आग्रह किया।
डॉ शिगेरू ओमी ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘अगर संक्रमण मौजूदा गति से ही बढ़ता रहा, तो हम उन लोगों की जान नहीं बचा पाएंगे जिन्हें बचाया जा सकता है। यह स्थिति किसी आपदा की तरह है।’’
अधिकारियों ने कहा कि रविवार को समाप्त हुए ओलंपिक खेलों के दौरान जापानी राजधानी तोक्यो में संक्रमण के मामले बढ़कर तीन गुने हो गए। बृहस्पतिवार को 4,989 नए मामले सामने आए और अस्पतालों में बेड तेजी से भर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हल्के लक्षणों वाले करीब 20,000 लोगों को घरों में पृथकवास में रखा गया है ताकि गंभीर रूप से बीमार लोगों को अस्पतालों में जगह मिल सके।
बिना लॉकडाउन के भी जापान की स्थिति अन्य देशों की तुलना में बेहतर रही है। लेकिन अब विशेषज्ञों का कहना है कि मौजूदा स्थिति महामारी शुरू होने के बाद से सबसे ज्यादा गंभीर है। बुधवार को देश भर में 15,812 नए मामले सामने आए जो अब तक का उच्चतम स्तर है।
व्यापक विरोध के बावजूद ओलंपिक खेलों के आयोजन को लेकर प्रधानमंत्री योशीहिदे सुगा को आलोचना का सामना करना पड़ा है। लेकिन उन्होंने इस बात से इनकार किया खेलों के आयोजन से तोक्यो में मामलों में वृद्धि हुयी है। तोक्यो में 24 अगस्त से पैरालिंपिक खेल होने हैं और विशेषज्ञों का कहना है कि इसे ओलंपिक के समान ही बिना दर्शकों के आयोजित किया जाना चाहिए।
ओमी ने यह भी कहा कि स्वास्थ्य अधिकारियों को जांच में वृद्धि करनी चाहिए और ऐसे चिकित्सा संस्थानों को मदद करनी चाहिए जो घर में पृथकवास में रह-रहे लोगो को सहायता प्रदान करते हैं। उन्होंने कहा, "अन्यथा, हमें यहां अधिक दुखद मामले देखने पड़ सकते हैं।’’
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