तेहरान, आठ अप्रैल (एएफपी) ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने कोरोना वायरस के संक्रमण से लड़ने के लिए अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) से बुधवार को पांच अरब डॉलर का आपात ऋण मंजूर करने का अनुरोध किया।
उल्लेखनीय है कि इस्लामिक गणराज्य ईरान कोरोना वायरस के संक्रमण से सबसे अधिक प्रभावित देशों में शामिल है, जहां पर करीब चार हजार लोगों की मौत हुई है जबकि 64,500 लोग संक्रमित हैं।
यह कयास लगाए जा रहे हैं कि ईरान के आधिकारिक आंकड़ों के मुकाबले कोरोना वायरस से मरने वालों और संक्रमितों की संख्या कहीं अधिक है।
ईरान ने कहा कि कोरोना वायरस की महामारी के खिलाफ लड़ाई में उसे पिछले 50 साल में पहली बार आईएमएफ से ऋण की जरूरत है। हालांकि, खबर है कि उसका कट्टर दुश्मन अमेरिका जो विश्व संस्था में वीटो का अधिकार रखता है इस अनुरोध को बाधित कर सकता है। अमेरिका का तर्क है कि ईरान इस राशि का इस्तेमाल सैन्य जरूरतों के लिए कर सकता है।
मंत्रिमंडल बैठक के दौरान रूहानी ने कहा, ‘‘मैं अंतरराष्ट्रीय संगठन से आह्वान करता हूं कि वह अपने कर्तव्यों का निर्वहन करे। हम आईएमएफ के सदस्य हैं... अगर ईरान और अन्य देशों के बीच ऋण देने में भेदभाव होता है तो न तो हम और न ही विश्व मत इसे बर्दाश्त करेगा।’’
ईरान ने 12 मार्च को आईएमएफ से ऋण के लिए अनुरोध करने की घोषणा की थी।
आईएमएफ के आंकड़ों के मुताबिक 1960-62 के बाद से ईरान को कोई ऋण नहीं दिया गया है।
रूहानी ने कहा, ‘‘आईएमएफ के मुताबिक त्वरित भुगतान संतुलन की समस्या का सामना कर रहे सभी सदस्य देशों को त्वरित वित्तीय मदद उपलब्ध है। अगर वे इस मुश्किल समय में अपने कर्तव्यों का निवर्हन नहीं करते तो दुनिया उसका आकलन दूसरे तरीके से करेगी।’’