तिरुवनंतपुरम, 19 अगस्त केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने सोमवार को विभिन्न बैंकों से केरल के वायनाड में भूस्खलन में मरने वालों और प्रभावित लोगों के ऋण माफ करने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा कि ऋण माफ करने से बैंकों पर कोई असहनीय बोझ नहीं पड़ेगा, इसलिए इसे पूरी तरह से माफ कर दिया जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने यहां राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति (एसएलबीसी) की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि ब्याज राशि में छूट या मासिक किस्तों को जमा करने के लिए समय बढ़ाने से भूस्खलन प्रभावित लोगों की समस्या हल नहीं होगी।
उन्होंने कहा कि ऋण लेने वाले कई लोगों की मौत हो चुकी है और आपदा के बाद उनकी जमीन अनुपयोगी हो गई है।
विजयन ने कहा, “हम बस यही कर सकते हैं कि इन प्रभावित क्षेत्रों में लोगों द्वारा लिए गए पूरे ऋण को माफ कर दें।”
उन्होंने बैंकों द्वारा प्रभावित लोगों से मासिक किस्तें लेने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की और एसएलबीसी से इस संबंध में अनुकूल निर्णय लेने का आग्रह किया।
केरल ग्रामीण बैंक के तीखे विरोध के बीच विजयन ने यह टिप्पणी की है। बैंक ने वायनाड में भूस्खलन प्रभावित लोगों में से एक के खाते से कथित तौर पर मासिक किस्त के रूप में 15,000 रुपये काटे हैं।
विभिन्न राजनीतिक दलों ने सोमवार को कलपेट्टा में बैंक की शाखा के सामने विरोध प्रदर्शन किया। 30 जुलाई को वायनाड के मुंडक्कई और चूरालामाला क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर भूस्खलन हुआ था, जिससे दोनों क्षेत्र लगभग तबाह हो गए, 200 से अधिक लोग मारे गए और कई घायल हो गए।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)