सिंगरौली, 16 सितंबर : सिंगरौली में एक पुलिसकर्मी द्वारा अपनी वर्दी फाड़ने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद कांग्रेस ने सोमवार को मध्यप्रदेश सरकार की आलोचना की. हालांकि, पुलिस अधिकारियों ने कहा कि वीडियो फरवरी का है और सहायक उप निरीक्षक विनोद मिश्रा के खिलाफ पहले ही कार्रवाई की जा चुकी है. मिश्रा भाजपा पार्षद के पति से तीखी बहस के बाद अपनी वर्दी फाड़ते दिख रहे हैं. कांग्रेस ने सोमवार को क्लिप अपलोड की और कहा, "राज्य में पुलिस व्यवस्था का स्तर शून्य हो गया है. अपराध अनियंत्रित हैं, अपराधी बेखौफ हैं और पुलिस कहीं असहाय है तो कहीं दबाव में है."
पार्टी ने कहा कि यह वायरल वीडियो सिंगरौली के वैढन थाने का बताया जा रहा है, जहां भाजपा पार्षद के दबाव में एक पुलिसकर्मी इतना परेशान हो गया कि उसने अपनी वर्दी फाड़ दी. कांग्रेस ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री मोहन यादव के शासन में गृह विभाग की हालत खराब हो गई है. इस बीच, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) शिव कुमार वर्मा ने कहा कि फरवरी के वीडियो की जांच तत्कालीन एसपी यूसुफ कुरैशी ने शुरू की थी.
उन्होंने कहा कि जांच रिपोर्ट मिलने के बाद वर्तमान एसपी निवेदिता गुप्ता ने मिश्रा की वार्षिक वेतन वृद्धि रोकने का आदेश दिया है. यह भी पढ़ें : प्रार्थना पीएम दीर्घायु हों और 140 करोड़ भारतवासियों की सेवा करते रहें: सीएम विष्णुदेव साय
पुलिसकर्मी के वर्दी फाड़ने का वायरल वीडियो
किसिको इतना मत डराओ की दर्र ही निकल जाइए #MadhyaPradesh
— GoldenEye_6 (@GoldenEye_6) September 16, 2024
भाजपा पार्षद गौरी गुप्ता के पति अर्जुन गुप्ता ने कहा कि मिश्रा के वर्दी फाड़ने के आरोप अब झूठे साबित हुए हैं. यह विवाद एक नाले के निर्माण को लेकर था और गुप्ता ने दावा किया कि उन्होंने मिश्रा से केवल इतना कहा था कि अगर वह भड़के तो वह उनकी वर्दी फाड़ देंगे. मिश्रा ने सोमवार को कहा कि गुप्ता ने थाना प्रभारी सुधेश तिवारी की मौजूदगी में उनके कपड़े फाड़ने और उन्हें नौकरी से निकलवाने की धमकी दी थी. उन्होंने कहा कि अपमानित महसूस करने के बाद उन्होंने अपनी वर्दी फाड़ दी. मिश्रा ने कहा, "मुझे इस तरह प्रतिक्रिया नहीं देनी चाहिए थी."