उत्तरकाशी (उत्तराखंड), 26 सितंबर हाल में गंगोत्री घाटी की 7075 मीटर ऊँची सतोपंथ चोटी पर आरोहण के लिए गए भारतीय सेना के एक पर्वतारोही दल को वापस आते समय एक शव के अवशेष मिले हैं। आशंका जताई जा रही है कि यह शव 16 साल पहले चोटी पर चढ़ाई के दौरान लापता हुए किसी सैनिक के हो सकते हैं।
सेना के पर्वतारोही दल ने शव का अवशेष एकत्रित कर उसे गंगोत्री पहुँचाया और उसे पुलिस के सुपुर्द कर दिया।
लेफ्टिनेंट कर्नल हर्षदीप गहलोत ने बताया कि भारतीय सेना का एक दल स्वर्णिम विजय वर्ष के उपलक्ष्य में हाल ही में सतोपंथ चोटी के आरोहण के लिए गया था और इसी दौरान उन्हें एक पर्वतारोही के शव के अवशेष मिले।
उन्होंने बताया कि शव के कपड़ों को देखकर लगता है कि यह किसी सैनिक का है। हालांकि, उन्होंने कहा कि अभी इस बारे में पक्के तौर पर कुछ नहीं कहा जा सकता लेकिन साल 2005 में सतोपंथ के आरोहण के लिए गए सेना के एक दल के कुछ सदस्य लापता हो गए थे, हो सकता है कि ये अवशेष उनके किसी साथी के हों।
फिलहाल इस बारे में जानकारी जुटाई जा रही है कि 2005 में कौन—कौन से दल संतोपंथ गए थे और उनमें से कौन-कौन लापता हुआ था।
अगर शव के अवशेषों की पहचान सेना के जवान के रूप में होती है तो उन्हें सैन्य सम्मान के साथ परिजनों को सौंपा जाएगा।
उत्तरकाशी के पुलिस अधीक्षक मणिकांत मिश्रा ने कहा कि सेना की ओर से सौंपे गए शव के अवशेषों का पंचनामा भर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। इन अवशेषों की डीएनए जांच कराई जाएगी जिसके बाद ही यह पुष्टि होगी कि ये अवशेष किसके हैं।
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