देश की खबरें | उत्तराखंड: चारधाम यात्रा की तैयारियों को परखा, मुख्य सचिव ने केदारनाथ में व्यवस्थाओं का लिया जायजा

देहरादून, दो मई आगामी दस तारीख से शुरू होने वाली चारधाम यात्रा की तैयारियों को परखने के लिए बृहस्पतिवार को ‘मॉक ड्रिल’ किया गया और मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने केदारनाथ और बदरीनाथ में व्यवस्थाओं का जायजा लिया।

गंगोत्री, यमुनोत्री और केदारनाथ के कपाट 10 मई से खुलने जा रहे हैं और उसके दो दिन बाद 12 मई को बदरीनाथ के कपाट खुलेंगे। यात्रा शुरू होने से पहले ही देशभर के श्रद्धालुओं में जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है और अब तक 18 लाख से अधिक तीर्थयात्री चारों धामों के दर्शन के लिए अपना पंजीकरण करवा चुके हैं ।

तीर्थयात्रियों की भारी आमद को देखते हुए उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण तथा राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने ‘मॉक ड्रिल’ का आयोजन किया जिसमें यात्रा मार्ग पर पड़ने वाले सभी जिलों ने आपात स्थिति से निपटने के लिए अपनी-अपनी कार्ययोजना पेश की।

इस मौके पर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ नियंत्रण कक्ष में मौजूद रहीं मुख्य सचिव ने सभी विभागों को आपसी समन्वय के साथ कार्य करने को कहा जिससे चारधाम यात्रा निर्विघ्न रूप से संपन्न हो और तीर्थयात्रियों को किसी तरह की कोई दिक्कत न हो।

‘मॉक ड्रिल’ के दौरान राहत और बचाव कार्यों के लिए उपकरणों की उपलब्धता, संसाधन प्रबंधन, स्वास्थ्य, सेना, पुलिस, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल, राज्य आपदा प्रतिवादन बल तथा पैरामेडिकल टीमों की तैनाती तथा आपदा प्रबंधन पर विस्तार से चर्चा की गयी ।

प्रदेश के आपदा प्रबंधन सचिव रंजीत सिन्हा ने विभिन्न जिलों की तैयारियों पर संतोष व्यक्त किया लेकिन यह भी कहा कि इसमें पाई गयी कुछ कमियों को यात्रा शुरू होने से पहले दूर कर दिया जाए।

उत्तरकाशी के नेताला में भूस्खलन तथा सड़क अवरूद्ध होना, चीड़बासा में बादल फटना, बदरीनाथ में भूकंप तथा भगदड़, गोपेश्वर में आग, बाजपुर में सड़क अवरूद्ध, गौचर में सड़क हादसा, कलियासौड़ में बस दुर्घटना, हरकी पौड़ी में भगदड़ तथा देहरादून में राजपुर रोड स्थित राजकीय कन्या इंटर कालेज में भूकंप की ‘मॉक ड्रिल’ की गई।

मुख्य सचिव रतूड़ी ने केदारनाथ और बदरीनाथ धाम पहुंचकर व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों को केदारनाथ में जारी सभी अनिवार्य कार्यों को मंदिर के कपाट खुलने से पहले ही पूरे करने के निर्देश दिए जिससे श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो।

उन्होंने इसके लिए अतिरिक्त मजदूर एवं संसाधन इस्तेमाल करने को कहा।

रतूड़ी ने बदरीनाथ में भी यात्रा व्यवस्थाओं का जायजा लिया और श्रद्वालुओं की यात्रा को सरल, सुगम एवं सुविधाजनक बनाने और पुर्नर्निमाण कार्यों को समय से पूरा करने के निर्देश अधिकारियों को दिए।

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