देश की खबरें | पर्यटन के विभिन्न क्षेत्रों में असीम संभावनाओं से भरा है उत्तर प्रदेश : योगी

लखनऊ, 27 सितंबर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश में आध्यात्मिक ऐतिहासिक धरोहरों तथा ईको सहित पर्यटन के विभिन्न क्षेत्रों में विकास की असीम सम्भावनाएं गिनाते हुए कहा कि इन्हें साकार करने के लिए समन्वित तथा और प्रभावी प्रयास की आवश्यकता है।

राज्य सरकार के एक प्रवक्ता के मुताबिक, मुख्यमंत्री ने विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर सोमवार को यहां गोमती रिवर फ्रंट पर पर्यटन विभाग द्वारा आयोजित ‘टूरिज्म कार्निवाल’ को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार की स्वदेश दर्शन योजना के तहत रामायण, आध्यात्मिक, बौद्ध, हेरिटेज आदि सर्किट के माध्यम से प्रदेश के पर्यटन स्थलों का व्यवस्थित विकास किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि राज्य की प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में एक पर्यटन स्थल पर विभिन्न पर्यटन सुविधाओं के विकास के लिए ‘मुख्यमंत्री पर्यटन संवर्धन योजना’ लागू की गयी है। राज्य में पर्यटन स्थलों को आकर्षक एवं सुविधापूर्ण बनाने के पर्यटन विभाग के प्रयासों के सार्थक परिणाम सामने आ रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आध्यात्मिक पर्यटन के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश दुनिया के सबसे समृद्ध क्षेत्रों में से है। यहां श्रद्धालुओं की आस्था से जुड़े अनेक स्थल, भगवान श्रीराम की जन्मभूमि अयोध्या, भगवान श्रीकृष्ण की लीलाभूमि मथुरा, भगवान विश्वनाथ की धरती तथा विश्व की प्राचीनतम नगरी काशी, दुनिया की सबसे पवित्र नदियों गंगा व यमुना के संगम के रूप में कुम्भ की धरती प्रयागराज, विभिन्न शक्ति केन्द्र, भगवान बुद्ध से जुड़े 06 प्रमुख स्थल, जैन परम्परा के तीर्थंकरों से सम्बन्धित अनेक पवित्र स्थल हैं।

योगी ने कहा कि हेरिटेज टूरिज्म से सम्बन्धित अनेक महत्वपूर्ण स्थल उत्तर प्रदेश में हैं। प्रथम स्वाधीनता समर का स्थल, महाराजा सुहेलदेव के शौर्य व पराक्रम का स्थल बहराइच सहित विभिन्न कालखण्ड के ऐतिहासिक स्थल यहां मौजूद हैं। महारानी लक्ष्मीबाई, शहीद मंगल पाण्डेय, पं0 राम प्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्ला खां, चन्द्रशेखर आजाद जैसे स्वाधीनता सेनानियों तथा क्रांतिकारियों से जुड़े स्थल, स्वतंत्रता संघर्ष से जुड़े स्थल जैसे लखनऊ में काकोरी, गोरखपुर में चौरी चौरा आदि उत्तर प्रदेश में हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि ईको-टूरिज्म के लिए भी राज्य में व्यापक सम्भावनाएं हैं। इन सम्भावनाओं को विकसित करने के लिए वन एवं पर्यटन विभाग को सामूहिक प्रयास करने चाहिए।

‘टूरिज्म कार्निवाल’ का आयोजन 27 से 29 सितंबर तक किया जा रहा है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने वाराणसी के पर्यटन स्थलों पर केन्द्रित पुस्तिका तथा उत्तर प्रदेश के व्यंजनों पर केन्द्रित पुस्तिकाओं का विमोचन किया। साथ ही लखनऊ मण्डल के आध्यात्मिक पर्यटन स्थलों चन्द्रिका देवी के सौन्दर्यीकरण कार्य का लोकार्पण तथा नैमिषारण्य के पर्यटन विकास से सम्बन्धित परियोजनाओं का शिलान्यास भी किया।

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