मुंबई, 29 मई : क्रूज जहाज पर मादक पदार्थ (ड्रग्स) जब्त किए जाने के मामले में कुछ आरोपियों ने स्वापक नियंत्रण ब्यूरो (एनसीबी) से कहा है कि उन्होंने अवसाद से उबरने तथा अकादमिक एवं पेशेवर कामकाज के तनाव से निपटने के लिए ड्रग्स लेना शुरू किया था. एनसीबी ने एक क्रूज जहाज पर छापेमारी के दौरान कथित तौर पर मादक पदार्थ बरामद होने के बाद पिछले साल अक्टूबर में इस मामले में गिरफ्तार किए गए 20 में से 14 लोगों के खिलाफ शुक्रवार को मुंबई की एक अदालत में करीब 6,000 पृष्ठों का आरोपपत्र दाखिल किया. केंद्रीय एजेंसी ने कहा कि साक्ष्यों के अभाव के चलते बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान सहित इनमें से छह लोगों को आरोपपत्र में नामजद नहीं किया गया है.
आरोपपत्र के मुताबिक, मामले में सह-आरोपी और आर्यन खान के दोस्त अरबाज मर्चेंट (26) ने कहा कि शराब पीने के बाद कभी-कभार उसका सिर भारी हो जाता है और हशीश का सेवन करने पर उसे सुकून मिलता है. उसने कहा कि यही कारण है कि उसने क्रूज जहाज पर अपने जूतों में हशीश छिपाकर रखी थी. आरोपपत्र के अनुसार, एक अन्य आरोपी आचित कुमार (22) ने खुद के मादक पदार्थों का सेवन करने के लिए अकादमिक दबाव को जिम्मेदार ठहराया. कुमार ने कहा कि वह जानता था कि आयातित गांजा एक मादक पदार्थ है और इसकी बिक्री, उपभोग व खरीद अवैध है. उसने बताया कि हालांकि, अकादमिक दबाव से निपटने के लिए वह गांजे का सेवन करता था और इस कारण उसकी पढ़ाई बुरी तरह से प्रभावित हुई थी. यह भी पढ़ें : कर्नाटक: कॉलेज परिसर में ‘टोपी’ पहनने को लेकर छात्र की पिटाई
एक अन्य आरोपी एवं फैशन मॉडल मुनमुन धामेचा (29) ने एनसीबी को दिए अपने बयान में कहा कि वह पारिवारिक समस्याओं के कारण अवसाद से उबरने के लिए चरस का सेवन करती है. वहीं, मामले के एक और आरोपी श्रेयस नायर (23) ने स्वीकार किया कि उसने 2017 में मादक पदार्थों का सेवन शुरू किया था, जब वह होटल प्रबंधन की पढ़ाई कर रहा था. नायर ने माना कि वह कभी-कभार हशीश का भी सेवन करता है.