हालांकि, उन्होंने मौत के पीछे की संभावित वजहों सहित अन्य विवरण नहीं साझा किया. इनोक शहर के अधिकारियों ने एक बयान जारी कर बताया कि मृतकों के शव उस समय बरामद हुए, जब पुलिस ‘वेलफेयर चेक’ के तहत उनका हालचाल जानने के लिए उनके घर पहुंची. पुलिस ने कहा कि उसे आम लोगों को किसी तरह के खतरे के संकेत नहीं मिले हैं.
‘वेलफेयर चेक’ उस समय किया जाता है, जब पुलिस विभाग के पास लंबे समय तक किसी व्यक्ति या समूह को सार्वजनिक तौर पर न देखे जाने की जानकारी संबंधी कॉल आता है. इनोक शहर के प्रशासनिक अधिकारी रॉब डोटसन ने कहा कि मृतक परिवार को दक्षिणी ऊताह में काफी लोग जानते थे और उनकी मौत की खबर से पूरा शहर सदमे में है. यह भी पढ़ें : Call Center Fraud: भारतीय नागरिक को 29 महीने की सजा
डोटसन ने बुधवार रात एक बयान में कहा, “हम में से कइयों ने चर्च में उनके साथ प्रार्थना की थी, सामुदायिक कार्यों में हिस्सा लिया था और उनके साथ स्कूल गए थे.” उन्होंने कहा, “पूरा समुदाय इस समय गहरे दुख और तकलीफ में है. लोगों को उनकी कमी महसूस हो रही है. उनके मन में कई सवाल हैं.” डोटल ने बताया कि पुलिस घटना की जांच कर रही है और इसके संबंध में अधिक जानकारी जल्द साझा की जाएगी.