ट्रूडो ने संकेत दिए कि उनका देश कनाडा में अमेरिकियों को गर्भपात कराने की अनुमति देना जारी रखेगा. ट्रूडो ने अमेरिकी अदालत के फैसले को ''डरावना'' करार दिया और चिंता जताई की कि यह निर्णय किसी दिन समलैंगिक संबंधों को दी गई कानूनी मान्यता को वापस लेने का कारण बन सकता है, जिसमें समलैंगिक जोड़ों को मिला शादी का अधिकार भी शामिल है. ट्रूडो ने राष्ट्रमंडल देशों के शासनाध्यक्षों की बैठक के बाद रवांडा के किगाली में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ''हम जानते हैं कि यह न केवल बहुत डरावना है, बल्कि कई महिलाओं के लिए दिल तोड़ देने वाला समय है.''
उन्होंने कहा, ''अमेरिका में पीढ़ी दर पीढ़ी महिलाओं ने अपने अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ी है, क्या केवल इस दिन को देखने के लिए, क्या केवल इस चिंता में जीने के लिए कि आगे उनके कौन से अधिकार वापस लिए जा सकते हैं.'' ट्रूडो ने कहा, ''यह इस बात की याद दिलाता है कि हमें लोगों के अधिकारों की रक्षा के मामले में किसी भी चीज को हल्के में नहीं लेने, सतर्क रहने और हमेशा महिलाओं के अधिकारों के लिए, समलैंगिक लोगों के अधिकारों के लिए, वंचित और हाशिए पर पड़े लोगों के अधिकारों के लिए एकजुट होकर खड़े होने की आवश्यकता है.'' यह भी पढ़ें : जी-7 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए जर्मनी पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
यह पूछे जाने पर कि क्या उनकी सरकार कनाडा में गर्भपात की अनुमति मांगने वाली अमेरिकी महिलाओं की मदद करेगी, ट्रूडो ने सीधे तौर पर कोई जवाब नहीं दिया. उन्होंने कहा, ''हर रोज कई अमेरिकी कनाडा आते हैं. वे कनाडा में हमारी स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली का इस्तेमाल करते हैं. यह निश्चित रूप से कुछ ऐसा है, जो जारी रहेगा.''