पटना, 14 जुलाई बिहार विधानमंडल के दोनों सदनों में विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्यों ने पार्टी के एक नेता की मौत के लिए पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज को जिम्मेदार ठहराया और घटना के विरोध में जबरदस्त हंगामा किया जिसके कारण सदन की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
बिहार विधानमंडल के मानसून सत्र के आखिरी दिन भाजपा सदस्य काला गमछा ओढे और बांहों पर काली पट्टी बांधकर आए थे, उनमें से कुछ ने काला कुर्ता भी पहन रखा था।
मार्शलों ने आसन के समीप पहुंचे और वहां एक मेज पर चढ़कर हंगामा कर रहे लालगंज के विधायक संजय कुमार सिंह को बाहर निकाल दिया ।
विधायक ने गुस्से में अपना काला कुर्ता फाड़ लिया जबकि भाजपा के अन्य सदस्य आसन के सामने खड़े थे। उन्होंने मेज को उलटने की कोशिश की। हंगामे के बीच अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने दोपहर दो बजे तक के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित करने की घोषणा की।
अध्यक्ष द्वारा सदन की कार्यवाही स्थगित किए जाने के बाद भी विपक्षी सदस्य सत्तारूढ़ दल के विधायकों के साथ सदन के भीतर नोकझोंक करते दिखे ।
इसी तरह की स्थिति उच्च सदन में भी दिखाई दी जब वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी ने अनुपूरक बजट पेश किया।
भाजपा ने बृहस्पतिवार को "विधानसभा मार्च" का आयोजन किया था। उसका आरोप है कि जहानाबाद जिले से पार्टी महासचिव विजय सिंह की पुलिस द्वारा किए गए " बर्बर" लाठीचार्ज में लगी चोटों के कारण मौत हो गई है।
प्रशासन का दावा है कि सीसीटीवी फुटेज से पता चलता है कि जब "हल्के" बल का प्रयोग किया गया था तब सिंह डाक बंगला चौराहे पर नहीं थे और अस्पताल में चिकित्सकों को भी उनके शरीर पर कोई चोट के निशान नहीं मिले।
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