मुंबई, छह मई यूनियन बैंक ऑफ इंडिया (यूबीआई) ने शनिवार को बताया कि बीते वित्त वर्ष की अंतिम तिमाही में उसका शुद्ध लाभ 80.57 प्रतिशत बढ़कर 2,811 करोड़ रुपये हो गया।
बैंक ने बताया कि बट्टे खाते में डाले गये ऋणों से वसूली में भारी बढ़ोतरी के कारण उसका मुनाफा बढ़ा।
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ने बताया कि पूरे वित्तवर्ष 2022-23 में उसका शुद्ध लाभ सालाना आधार पर 5,265 करोड़ रुपये से बढ़कर 8,512 करोड़ रुपये हो गया।
यूबीआई की मूल शुद्ध ब्याज आय मार्च तिमाही में 21.88 प्रतिशत बढ़कर 8,251 करोड़ रुपये हो गई।
इस दौरान अग्रिमों में 13 प्रतिशत की वृद्धि हुई और शुद्ध ब्याज मार्जिन बढ़कर 2.98 प्रतिशत हो गया, जो एक साल पहले इसी अवधि में 2.75 प्रतिशत था।
मार्च तिमाही में गैर-ब्याज आय 62.48 प्रतिशत बढ़कर 5,269 करोड़ रुपये हो गई। ऐसा वसूली के मोर्चे पर शानदार प्रदर्शन के चलते हुआ।
बट्टे खाते में डाले गए खातों से वसूली सालाना आधार पर 294 करोड़ रुपये से बढ़कर 2,954 करोड़ रुपये हो गई।
यूबीआई के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी ए मणिमेखलाई ने कहा कि बैंक ने वित्तवर्ष 2022-23 की शुरुआत 15,000 करोड़ रुपये के वसूली लक्ष्य के साथ की थी, लेकिन इस दौरान 20,000 करोड़ रुपये से अधिक की वसूली हुई।
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