हांगझोउ, 28 सितंबर ओलंपिक चैम्पियन भालाफेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा की अगुवाई में भारतीय एथलेटिक्स दल एशियाई खेलों में शुक्रवार से शुरू हो रही ट्रैक और फील्ड स्पर्धा में उतरेगा तो लक्ष्य अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने का रहेगा ।
चोपड़ा 65 सदस्यीय भारतीय दल की अगुवाई करेंगे जिससे भारतीय एथलेटिक्स महासंघ को कम से कम 25 पदक की उम्मीद है । भारतीय दल में मूल रूप से 68 एथलीट थे लेकिन तीन चोटों के कारण नहीं आ सके ।
भारत ने 2018 जकार्ता खेलों में 70 में से एथलेटिक्स में 20 पदक (आठ स्वर्ण, नौ रजत और तीन कांस्य) जीते थे ।
चोपड़ा के अलावा शॉटपुट खिलाड़ी तेजिंदर पाल सिंह तूर, 3000 मीटर स्टीपलचेस खिलाड़ी अविनाश साबले, महिला और पुरूष चार गुणा 400 मीटर रिले टीमें पदक की प्रबल दावेदार हैं । तूर और पुरूषों की चार गुणा 400 मीटर रिले टीम के नाम एशियाई रिकॉर्ड है ।
हाल ही में विश्व चैम्पियन बने चोपड़ा ने 2018 में भी स्वर्ण पदक जीता था । विश्व चैम्पियनशिप रजत पदक विजेता पाकिस्तान के अरशद नदीम उनके प्रमुख प्रतिद्वंद्वी होंगे ।
विश्व चैम्पियनशिप में पांचवें स्थान पर रहे किशोर जेना भी भालाफेंक में पदक के दावेदार हैं ।
तूर ने 2018 में भी स्वर्ण पदक जीता था । वह व्यक्तिगत वर्ग में एशियाई रिकॉर्डधारी एकमात्र खिलाड़ी हैं लेकिन पिछले कुछ साल में चोटों से जूझते रहे हैं ।
साबले भी पदक के प्रबल दावेदार हैं जिन्होंने इस सत्र में आठ मिनट 11 . 63 सेकंड का समय निकाला । पुरूषों की लंबी कूद में मुरली श्रीशंकर विश्व चैम्पियनशिप के निराशाजनक प्रदर्शन को भुलाना चाहेंगे ।
पुरूषों की त्रिकूद में प्रवीण चित्रावेल एशियाई खिलाड़ियों में शीर्ष पर और दुनिया में छठे स्थान पर हैं । पिछले तीन टूर्नामेंटों में वह हालांकि 17 मीटर का आंकड़ा पार नहीं कर सके हैं । वहीं 1500 मीटर के एशियाई चैम्पियन अजय कुमार सरोज ने विश्व चैम्पियनशिप में अपना सर्वश्रेष्ठ समय निकाला ।
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